‘हमारे साझा भविष्य के लिए अब स्वयंसेवी’ की रही थीम
ग्वालियर, 06 दिसम्बर। राज्य आनंद संस्थान जिला-ग्वालियर के आनंदक साथियों द्वारा स्वैच्छिक सेवा के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में समाज के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वैच्छिक सेवा दिवस 2021 की थीम ‘हमारे साझा भविष्य के लिए अब स्वयंसेवी’ के अनुरूप स्वैच्छिक सेवा, स्वच्छता औऱ स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के साथ जरूरतमंदों के बीच मास्क एवं कपड़ों के वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
विवेकानंद नीडम ग्वालियर के सामने स्थित सिंधिया नगर बस्ती में उपस्थित लोगों के बीच आनंदक साथियों ने आनंदकों (स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं) के माध्यम से राज्य आनंद संस्थान के विविध कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की जानकारी साझा की। इस अवसर पर आनंदकों ने बताया कि हम सभी ने देखा कि किस तरह कोरोनाकाल में स्वैच्छिक सेवा प्रदाताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। स्वयं सेवक वहीं होते हैं जो बिना किसी स्वार्थ के सहायता करते हैं। दूसरों की मदद से मिलने वाली खुशी हमारे आनंद के स्तर को बढ़ाती है। आनंदक भी इसी स्वैच्छिक भावना के साथ आनन्द के प्रसार में लगे हुए हैं।
इस अवसर पर उपस्थित राज्य आनंद संस्थान जिला ग्वालियर के डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम लीडर (आनंद) विजय कुमार उपमन्यु, मास्टर ट्रेनर ईएके शर्मा, प्रदीप जैन, आनंदम सहयोगी सुनील चोपड़ा, भारती शाक्य, गजेन्द्र सरकार, डॉ. प्रेमलता कुशवाहा, आनंदक नीतू तोमर, रुचि सचान, बृजेन्द्र कुशवाहा, शिल्पी सांघी, डॉ. मोनिका मित्तल, हैरी गुप्ता, मनोज चौरसिया ने सिंधिया नगर बस्ती वासियों को स्वच्छता के लिए शपथ दिलाते हुए गंदगी और कचरा फैलाने वालों के प्रति रोको-टोको अभियान चलाने के लिए जागरुक किया। सभी ने स्वैच्छिक सेवाओं को प्रोत्साहित करते हुए सफाई कर्मियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।
आनंदकों ने सिंधिया नगर बस्ती के लोगों के बीच संपर्क कर कोरोना की रोकथाम हेतु आवश्यक सोशल डिस्टेंस, मास्क लगाने और हाथ धोने के सही तरीके के बारे में बताते हुए वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने हेतु आग्रह किया। आनंदक साथियों ने जरूरतमंद परिवार के लोगों को मास्क वितरित किए और सक्रिय समाजसेवा संगठन के स्वयं सेवकों के साथ जरूरतमंद लोगों के बीच गर्म मौजे और सर्दी में पहनने योग्य कपड़े वितरित किए गए। आरएएस ग्वालियर जिला समन्वयक विजय कुमार उपमन्यु ने प्रेरक योगदान करने वाले सभी साथियों का आभार व्यक्त किया।