यूको बैंक दबोह के मैनेजर के खिलाफ व्यापारियों ने खोला मोर्चा

आढ़तियों ने की अनिश्चितकालीन अपनी आढ़ते बंद

भिण्ड, 04 दिसम्बर। यूको बैंक दबोह के मैनेजर के खिलाफ आढ़तियों ने मोर्चा खोल दिया है। जिसके चलते शनिवार को दबोह के सैकड़ों गल्ला व्यापारियों (आढ़तियों) ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर अपनी एकता दिखाते हुए यूको बैंक के शाखा प्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही शाखा प्रबंधक को बर्खास्त करने की मांग की। तदुपरांत आढ़तियों ने शिकायती आवेदन आलमपुर मण्डी सचिव को दिया। जिसमें उन्होंने यूको बैंक दबोह के शाखा प्रबंधक द्वारा नोटिस जारी कराने व मानसिक रूप से प्रताडऩा के आरोप लगाने के एवज में अनिश्चितकालीन मण्डी बंद रखने की बात कही।
मण्डी आढ़तियों ने कहा कि हम सब को बैंक मैनेजर द्वारा हमारे खाते में से ही रुपए नहीं दिए जा रहे हैं। जिसके चलते हम सभी व्यापारी, किसानों का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। दबोह मण्डी का किसान बहुत परेशान हो रहा है, क्योंकि हम माल खरीदी तो कर रहे हैं, परंतु किसान को रुपए नहीं दे पा रहे हैं। व्यापारियों ने बताया कि बीते रोज बैंक मैनेजर द्वारा हम सब व्यापारियों को बुलाकर झंडा दिवस के लिए 11-11 हजार रुपए मांगे गए थे। जब व्यापारियों के द्वारा इस बात से इंकार कर दिया गया तो बैंक मैनेजर द्वारा हमें रुपए नहीं दिए गए एवं खाता बंद करने व मुकद्दमा दर्ज कराने की धमकी भी दी गई। आढ़तियों ने कहा कि आज हमने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए हैं, जब तक हमारी इन समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक हम प्रतिष्ठान नहीं खोलेंगे। व्यापार मण्डल अध्यक्ष संजय सिंह गुर्जर ने मीडिया को बताया कि बीते रोज जब आढ़तियों की समस्या को लेकर बैंक पहुंचा और शाखा प्रबंधक से बात की तो वह उस बीच 11-11 हजार रुपए के चंदे की बात कहने लगे। साथ ही शाखा प्रबंधक ने कहा कि ज्यादा रुपए देने की हमारी लिमिट नहीं है, अगर आप सभी रुपए मंगाना चाहते हो तो जो गाड़ी पैसे लेकर आती है उसका छह हजार रुपए प्रति माह दो और अपने व्यक्ति उसमें भेजो।

एक ही बैंक होने से मनमानी

यहां बताना मुनासिब होगा कि हजारो की आबादी वाले क्षेत्र में एसबीआई बैंक नहीं है। वर्षों से नगर में यूको बैंक संचालित है, जिसकी वजह से व्यापारियों व किसानों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि एक ही बैंक होने की वजह से बैंक में काफी भीड़ रहती है और अक्सर पेमेंट न होने की समस्या से आस-पास के गांवों से आए किसानों को बैंक की लंबी लाइन में लगने के बाद मायूस होकर वापस घर जाना पड़ता है।

इनका कहना है-

अगर व्यापारियों की समस्या का समाधान नहीं होता है तो फिलहाल तो गल्ला मण्डी में आढ़तियों ने बंदी की है, परंतु समाधान न होने की स्थिति में पूरा बाजार भी जल्द बंद किया जा सकता है।
संजय सिंह गुर्जर, प्रदेश उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस एवं व्यापार मण्डल अध्यक्ष दबोह
मैं अपनी फसल लेकर आया था, मुझे फसल बोने के लिए खाद बीज लेना है, मुझे रुपए की सख्त जरूरत है और व्यापारी बोल रहे हैं कि मेरे पास रुपए नहीं है, मैं फसल नहीं खरीद सकता।
कल्याण सिंह कौरव, किसान निवासी कुरथर
हम पल्लेदारी करने के लिए पंडोखर से दबोह मण्डी आते हैं, हमारे लिए अत्यंत समस्या खड़ी हो गई, काम बंद पड़ा है हम रोज कमा कर रोज खाते हैं, ऐसे में सेठ के पास रुपए नहीं हैं तो वो हमें भी काम नहीं दे रहा।
रामकुमार, पल्लेदार मजदूर निवासी पण्डोखर