विधायक ने गल्ला मण्डी में किसानों की समस्याएं सुनी

भिण्ड, 04 दिसम्बर। गोहद क्षेत्र धान का कटोरा कहा जाता है इन दिनों धान की मण्डी जोर शोर से आ रही है, अपनी फसल बेचने के दौरान किसान को ढेर सारी समस्याएं आती वैसे तो किसान का पूरा जीवन संघर्ष में बीता है कभी बीजना खाद का ना मिलना कभी पाला, ओला सूखा पड़ जाना किसान की चेतना बोनी से लेकर मण्डी तक फसल नहीं दिख जाती तब तक किसान को ढेर सारी समस्याओं से जूझना पड़ता है। किसान को अपनी फसल बेचने के दौरान मण्डी में कौन-कौन सी समस्याएं आ रही हैं। इन समस्याओं को जानने के लिए शनिवार को गोहद विधायक मेवाराम जाटव गोहद कृषि उपज मण्डी में और किसानों व्यापारियों एवं मण्डी जारी अधिकारियों से चर्चा की किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बाहर की कई मण्डियों में धान 3700 रुपए बिक रही है, जबकि गोहद की मण्डी में तीन हजार से भी कम में धान खरीदी जा रही थी, अब जरूर 3200 रुपए के लगभग कीमत हुई है, कई ने कहा कि मण्डी में कैंटीन का खाना नहीं मिल रहा जबकि शासन के द्वारा पांच रुपए थाली के हिसाब से कृषि उपज मण्डी में कैंटीन में खाना उपलब्ध कराया जाता है।

इनका कहना है-

गोहद कृषि उपज मण्डी में कृषकों के लिए कैंटीन संचालित है। कैंटीन में खाना, नाश्ता, चाय उपलब्ध है जिसका कई कृषक लाभ ले रहे हैं।
लोकेन्द्र सिंह तोमर, सचिव, कृषि उपज मण्डी गोहद