ग्वालियर, 18 अगस्त। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मालनपुर रोड ग्वालियर स्थित ‘गोल्डन वल्र्ड रिट्रीट सेंटर’ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रंगारंग कृष्ण लीला कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कृष्ण लीला के एक व्याख्यान में ग्वालियर संभाग की मुख्य ब्रह्माकुमारी बीके ज्योति बहन (जूली दीदी) ने अपने उदबोधन में कहा कि श्रीकृष्ण को सदा रंगीन चमकीली ड्रेस में बांसुरी बजाते हुए दिखाया है। ऐसी ड्रेस में और बांसुरी बजाते हुए यह हमारी बेफिक्री, किसी बात की कोई चिंता नहीं, कोई दुख नहीं, कोई अशांति नहीं, कोई गरीबी नहीं का प्रतीक भी है। श्रीकृष्ण मतलब वह गुणों-शक्तियों से भरपूर है, सबका उनके ऊपर आकर्षण है, लेकिन उन्हें किसी पर कोई आकर्षण नहीं है, लेकिन उस दुनिया में जितने भी लोग थे वह सब देवी-देवता कहलाते थे और सभी बिल्कुल न्यारे और प्यारे रहते थे, ऐसी स्थिति बनाने के लिए अभी हमें पुरुषार्थ करना पडेगा और उसके प्रालब्ध के रूप में हम कृष्ण की दुनिया में देवी-देवताओं के रूप में जन्म लेंगे। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में मनुष्य से देवता बनने की शिक्षा दी जाती है, सिर्फ 10 दिन में देवताई गुणों-शक्तियों का, आत्मा-परमात्मा का अनुभव भी कर सकते हैं। बशर्ते हमें आत्मा-परमात्मा, परमात्मा के ज्ञान के ऊपर दृढ विश्वास और निश्चय हो। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी पूजा बहन, सृष्टि बहन, ब्रह्माकुमार महेश भाई और अन्य कई भाई बहन उपस्थिति रहे। उन्होंने अपने-अपने व्याख्यान द्वारा श्रीकृष्ण की महिमा की साथ ही उनके गुणों, शक्तियों को अपने जीवन में धारण करने के लिए सबको प्रेरित किया।