भिण्ड, 17 नवम्बर। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम कनाथर में चल रही भव्य व दिव्य भागवत महापुराण की कथा के अंतिम दिवस कथा वाचक आचार्य पं. विमल कृष्ण महाराज ने आज की कथा में भगवान कृष्ण और सुदामा की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि आज के युग मे बराबरी के लोगों के साथ मित्रता करते है, बैंक बैलेंस की फिक्र करते हैं, जबकि भगवान कृष्ण और सुदामा की दोस्ती आज के युग में हमें बहुत बड़ी सीख देती है। दोनों के बीच मे इतने बड़े अंतर को उन्होंने पल भर में भुला कर सुदामा जी को गले लगाया। वास्तव में सुदामा जी का भी चरित्र हम सबके लिए प्रेरक है।
कथा व्यास आचार्य विमल कृष्ण शास्त्री ने बताया कि आशाराम त्यागी लम्बरदार ने इस पुण्य भागवत पुराण की कथा सुनवाकर अपने साथ समस्त क्षेत्र व ग्राम वासियों के जीवन धन्य कराया है। भगवान भोले शंकर और बांकेबिहारी की कृपा से आगे भी ऐसे ही पुण्य कथाएं होती रहें इसी से हमारी संस्कृति बची हुई है। अंतिम दिन की कथा को श्रवण करने क्षेत्र के लिए हजारों लोग दूर-दूर से पधारे। आज कथा के पारीक्षत आशाराम त्यागी द्वारा सभी हजारों धर्मप्रेमी बंधुओं के लिए बड़े भण्डारे का आयोजन किया गया है तथा कल भागवत का समापन व क्षेत्र की सुख शांति हेतु हवन यज्ञ का आयोजन तथा विशाल भण्डारे का भी आयोजन किया जाएगा। प्रसादी को 10 हजार से भी अधिक लोग ग्रहण करेंगे। आज रामलीला का भी अंतिम दिन है और रामलीला का भी समापन हो जाएगा।