शिक्षाविद् शिवराम सिंह के पद चिन्हों पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रृद्धांजली

गीतकार डॉ. शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र एवं केमिस्ट डॉ. शैलेन्द्र सिंह के पिताश्री के निधन पर श्रृद्धांजलि सभा आयोजित

रौन/भिण्ड, 10 नवम्बर। प्रसिद्ध गीतकार डॉ. शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र एवं केमिस्ट डॉ. शैलेन्द्र सिंह राजावत के पिता शिक्षाविद, समाजसेवी श्री शिवराम सिंह कुशवाह के निधन पर ओम मैरिज गार्डन रौन में शोक श्रृद्धांजली एवं काव्यांजलि का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यछता करते हुए प्रसिद्ध संत राजऋषि श्री बजरंग शरण जी महाराज महराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्री शिवराम सिंहजी के पद चिन्हों पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रृद्धांजली होगी।
साहित्यकार एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर ने कहा कि श्री शिवराम सिंह जी का जीवन सादा जीवन एवं उच्च विचारों वाला था। वे हम सब के आदर्श थे। कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों में पूर्व विधायक रसाल सिंह, मप्र शासन के मंत्री ओपीएस भदौरिया, भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह संजू, पूर्व विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह, भाजपा नेत्री चित्रा शर्मा, कांग्रेस नेता रविन्द्र ददा, भाजपा नेता हृदेश सिंह, युवा नेता पिंकी दांतरे, पत्रकार रामशंकर शर्मा, पत्रकार विक्रम सिंह जादौन, पत्रकार आशुतोष शर्मा आदि ने रौन पहुंचकर श्री शिवराम सिंह को श्रृद्धां सुमन अर्पित किए।

इस के बाद काव्यांजलि के रूप में आध्यात्मिक कवि सम्मेलन में गीतकार डॉ. शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र, गीतकार रामस्वरूप स्वरूप सेंवड़ा, गजलकार रजा ग्वालियरी, ओज कवि हरिहर सिंह लहार, डॉ. अरविंद बरुआ, डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला, गीतकार राकेश श्रीवास्तव, गीतकार लोकेश तिवारी ग्वालियर, अमित खरे, भूपेन्द्र राणा, धर्मेन्द्र त्रिपाठी अटेर, हरविलास प्रजापति, रविन्द्र तिवारी मिहोनी, छत्रसाल सिंह, कीरत यादव, मुन्नलाल गुप्ता ने अपना-अपना काव्य पाठ कर दिवंगत को शब्द सुमन अर्पित किए। शिक्षाविद् शिवराम सिंह के नातीद्वय डॉ. ज्वाला सिंह, डॉ. भवानी सिंह ने भी अपने बाबाश्री को शब्द सुमन अर्पित किए।

कार्यक्रम का संचालन कवि हरीबाबू निराला एवं आभार प्रदर्शन केमिस्ट डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने किया। अंत में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया, जिसकी व्यवस्था में अजेश सिंह मेहदवा, रेड्डी मास्टर, मुकेश पाठक, आशुतोष दोहलिया, आदित्य सिंह पप्पी, अनुज सिंह फौजी, झब्बू सिंह, रामासरे दौआ ने पर्स की व्यवस्था संभाली।