छह वर्ष से फरार इनमी आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर, 15 मई। क्राईम ब्रांच एवं इंदरगंज थाना पुलिस इंदरगंज के एक प्रकरण में छह वर्ष से फरार तीन हजार के इनामी आरोपी को लक्ष्मणगण से गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठपुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह के निर्देश पर ग्वालियर पुलिस द्वारा विभिन्न आपराधिक प्रकरणों में फरार इनामी आरोपियों के विरुद्ध अभियान चला कर प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि थाना इंदरगंज के अपराध क्र.179/19 धारा 327, 323, 294, 147, 148 भादंवि में फरार तीन हजार के इनामी आरोपी को लक्ष्मणगण पुल के नीचे महाराजपुरा पर देखा गया है। उक्त सूचना से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया। जिस पर एसएसपी ने एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी एवं सुमन गुर्जर को क्राईम ब्रांच व थाना इंदरगंज पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर मुखबिर सूचना की तस्दीक कर फरार इनामी आरोपी को पकडने हेतु निर्देशित किया।
डीएसपी अपराध नागेन्द्र सिंह सिकरवार एवं सीएसपी इंदरगंज रोबिन जैन के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक अमित शर्मा व थाना प्रभारी इंदरगंज निरीक्षक दीप्ती तोमर ने क्राईम ब्रांच व थाना इंदरगंज पुलिस की संयुक्त टीम को मुखबिर के बताए स्थान पर कार्रवाई हेतु भेजा। पुलिस टीम को महाराजपुरा में लक्ष्मणगण पुल के नीचे मुखबिर के बताए हुलिया का एक संदिग्ध व्यक्ति खडा दिखा, जिसने पुलिस टीम को देखकर मौके से भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। नाम पता पूछने पर उसने स्वयं को ग्राम सिलौली थाना गोरमी जिला भिण्ड का रहने वाला बताया। उक्त आरोपी छह साल से फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा तीन हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।
ज्ञातव्य रहे कि छह साल पहले फरियादी गौरव यादव निवासी विजय लक्ष्मी बिहार कॉलोनी ने अपने मित्र बसंत के साथ थाना इंदरगंज में शिकायत की थी कि 23 अप्रैल 2019 को वह गाडी में काम कराने के लिए इंदरगंज आया था, रैली की भीड होने के कारण गाडी चौराहे पर खडी कर दी थी, तभी राजपूत बोर्डिंग का लडका मेरे पास आया व मेरा हाथ पकड कर बोला गौरव आज मुझे शराब पीने के लिए पैसे चाहिए, मैंने कहा कि मेरे पास नहीं है तो वह गालियां देने लगा व मेरे नाक पर मुक्का मारा, मैं चिल्लाया तभी बोर्डिंग से उसका भाई व पांच-छह लडके आए जो हाथों में डण्डा, पत्थर, पाइप लिए हुए थे, वह सभी एकराय होकर मेरे साथ मारपीट करके भाग गए। मेरे गले में सोने की चेन, हाथ की उंगली में अंगूठी तथा हाथ में टाइमैक्स कंपनी की घडी पहनी हुई थी, जो मुझे नहीं मिली। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक अमित शर्मा, थाना प्रभारी इंदरगंज निरीक्षक दीप्ती तोमर, क्राइम ब्रांच टीम से उपनिरीक्षक राजीव सोलंकी, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र तिवारी, आरक्षक अरुण पवैया, पवन शुक्ला, बिजेन्द्र चौहान, थाना इंदरगंज टीम से सउनि राकेश दुबे, आरक्षक नीरज एवं धर्मेन्द्र की सराहनीय भूमिका रही।