ग्वालियर, 12 मई। जिले की मुरार थाना पुलिस ने मुरार क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर प्राणघातक हमला करने वाले फरार आरोपी को गोवर्धन कॉलोनी से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार अपोलो अस्पताल में फरियादी अजय सिंह राणा पुत्र राघवेन्द्र सिंह राणा उम्र 35 साल निवासी गली नं.5 घोसीपुरा मुरार ग्वालियर ने थाने में श्किायत की थी कि वह प्रॉपर्टी का काम करता है तथा उसका केशव यादव से डबरा की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। गत एक मार्च के सुबह वह अपनी फॉच्र्यूनर कार से अपने ड्राइवर राघवेन्द्र सिंह राणा को लेकर शनिदेव मन्दिर मुरैना जा रहा था, तभी घोसीपुरा तिराहे के पास केशव यादव अपनी फॉच्र्यूनर कार क्र. एम.पी.07 सी.एच.6904 व अन्य दो थार गाडियों में अपने 7-8 दोस्तों के साथ लाठी डंडे लेकर आया और सभी लोगों ने एकराय होकर मुझे गालियां देते हुए कार से नीचे उतार कर सडक पर पटक कर लाठी-डंडों से जान से मारने की नियत से मारपीट की और केशव यादव ने अपनी लाईसेंसी पिस्टल का बट मेरी आंख में मारा जिससे मेरी आंख में खून बहने लगा। केशव यादव के सथियों ने मेरी मारपीट के बाद मेरी फॉच्र्यूनर गाडी की तोडफोड कर दी, उसके बाद वह लोग वहां से चले गए। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी धर्मवीर सिंह ने उक्त प्रकरण में वांछित सभी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया। जिस पर एएसपी सुमन गुर्जर ने थाना प्रभारी मुरार को पुलिस की टीम बनाकर आरोपियों की धर पकड हेतु निर्देशित किया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार सीएसपी मुरार राजीव जंगले के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मुरार निरीक्षक मैना पटेल ने पुलिस की टीम को आरोपियों को पकडने हेतु लगाया। दौराने विवेचना पुलिस टीम को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि उक्त प्रकरण में फरार एक आरोपी गोवर्धन कॉलोनी में बरगद के पेड के पास देखा गया है, जिस पर आरोपी की धरपकड हेतु उपनिक्षक नरेन्द्र सिसोदिया के नेतृत्व में पुलिस की टीम को मुखबिर के बताए स्थान पर भेजा गया और गोवर्धन कॉलोनी में फरार आरोपी की तलाश की गई तो वह बरगद के पेड के पीछे पडे खाली प्लॉट में देखा गया। जिसे पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दबोच लिया। पूछताछ करने पर उसने ग्राम पिपरसाना थाना गोहद जिला भिण्ड का रहने वाला बताया। पुलिस द्वारा आरोपी को उक्त प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर उसके अन्य फरार साथियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मुरार निरीक्षक मैना पटेल, उपनिरीक्षक नरेन्द्र सिसोदिया, आरक्षक संजय गुर्जर, राजवीर गुर्जर, अनिल मावई, योगेन्द्र गुर्जर, जयहिन्द जादौन, राजू मोगिंया, योगेन्द्र सिकरवार, जैनेन्द्र गुर्जर, सोनू प्रजापति की सराहनीय भूमिका रही।