श्रीमद् भागवत कथा का कलश यात्रा के साथ शुभारंभ

भिण्ड, 24 फरवरी। श्रीमद् भागवत कथा की कलश यात्रा हनुमान चौराहे मालनपुर से नेशनल हाईवे मुख्य हनुमान चौराहे से होती हुई मुख्य बाजार सब्जी मण्डी होते हुए ठडेश्वरी मन्दिर से चक्कर लगाकर कन्या शाला बस्ती से होते हुए रिठौरा रोड होते हुए कथा स्थल पर पहुंचकर आचार्य माधवदास शास्त्री ने विधिवत भागवत कथा सहित गणेश पूजन कर नंदकिशोर झा, ऊषादेवी झा को परिक्षित की गद्दी पर बिठाकर भागवत कथा का प्रारंभ किया।
आचार्य माधव दास शास्त्री ने कहा कि जहां पर भागवत कथा होती है सुनने मात्र से जहां तक आवाज पहुंचती है। समूचा क्षेत्र सकारात्मक ऊर्जा से पवित्र एवं सशक्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह कथा सुनने से मनुष्य को पुण्य प्राप्त होता है, क्योंकि रामायण में कहा गया है कि कलयुग केवल नाम आधार समीर समीर नर उतरेऊ पारा भगवान का नाम लेने से ही इस कलयुग में इंसान को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। कथा में श्रीकृष्ण के चरित्र बाल लीला का वर्णन से लेकर आदि को श्रवण करने से मोक्षधाम का मार्ग है। कथा श्रवण से मनुष्य के लिए मोक्ष का रास्ता खुल जाता है। कथा का महत्व बताते हुए शास्त्री ने आगे धुंधकारी की कथा का वर्णन विस्तार रूप से किया। कथा में शुभारंभ से स्थानीय जनता ने इस कलश यात्रा में महिलाएं पुरुषों ने सैकडों की संख्या में भाग लिया।