भारतीय किसान संघ एक बार फिर आंदोलन की राह पर

भिण्ड, 21 जनवरी। भारतीय किसान संघ मध्यभारत प्रान्त ने किसानों की समस्याओं को लेकर मंगलवार को पूरे प्रान्त के 16 जिलों में मुख्यमंत्री के नाम जि़लाधीश को ज्ञापन दिया। पूरे प्रान्त में किसानों से हो रही लूट का विरोध प्रदर्शन किया गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि प्रांत के सभी जिलों में राजस्व विभाग के अधिकारी किसानों का शोषण कर रहे हैं। नामांतरण, बटान, सीमांकन, बही बनवाने से लेकर हर काम मे किसानों से पैसे मांगे जाते हैं बिना लिए दिए कोई काम राजस्व विभाग में नही हो रहा है। पूरे प्रांत में खाद की कालाबाजारी चरम पर है। नकली खाद, बीज, दवाइयां धडल्ले से बेची जा रही है, जिन पर शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नही होती है। विद्युत विभाग किसानों को मनमाने बिल भेज रहा है, जमा न करने पर एक तरफ कार्यवाही की जा रही है। कहीं कहीं तो 2 एकड की किसान को भी हज़ारों के बिल थमाए जा रहे हैं। 5 हार्सपावर के कनेक्शन पर 10 हार्सपावर के बिल दिए जा रहे हैं। 8 से 10 घंटे बिजली देने की बजाए 6 घण्टे बिजली दी जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारी कागजों में योजनाएं चला रहे हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार द्वारा सब्सिडी व अनुदान भ्रस्टाचार में बर्बाद किया जा रहा है। गेंहू, सोयाबीन, धान के भाव अपने निचले स्तर पर पहुच गए हैं। मंडियों में भी फसलों को व्यापारी द्वारा ओने पौने दाम लगाकर किसानों से खरीदा जा रहा है। पूरे प्रान्त में भारतीय किसान संघ ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार एवं प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर सात दिवस के अंदर सरकार एवं प्रशासन ये किसानों से लूटमार बंद नहीं करता है तो भारतीय किसान संघ भोपाल के प्रशासनिक मुख्यालय बल्लभ भवन का घेराव करेगा। प्रान्त के सभी जिलों भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, भिंड, मुरैना, बैतूल, राजगढ आदि 16 जिलों में ज्ञापन दिया गया। भोपाल में भारतीय किसान संघ के ज्ञापन के पूर्व प्रशासन से परेशान किसान के परिवार ने कलेक्टर कार्यालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया।