सोनभद्रिका नदी फिर आई उफान पर, सड़कें डूबी, कई दुकानों में भरा पानी
भिण्ड, 18 अक्टूबर। आलमपुर कस्बे में रविवार की रात तथा सोमवार को सुबह से हुई जोरदार बारिश के कारण किसानों की धान सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। आलमपुर क्षेत्र के सर्वाधिक किसान धान की फसल किए हुए थे और अनेक किसानों की धान की फसलें पकी हुई अवस्था में कटने हेतु खेतों में खड़ी हुई थी। लेकिन बारिश के कारण धान की पकी हुई एवं हरी-भरी फसलें खेतों बिछ गई है।
आलमपुर के किसानों का कहना है कि पानी से भरे खेतों में धान की फसल बिछ जाने के पश्चात धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। यही नहीं अनेक किसान चना, मटर, मसूर, सरसों की फसल की बुबाई कर चुके थे। किन्तु बारिश के दौरान खेत भर जाने के कारण यह फसलें भी अंकुरित होने से पहले ही नष्ट हो गई है। खेतों में हरी भरी फसलों को नष्ट होता देखकर किसानों की आंखों में आंसू छलक आए हैं। किसान एक ओर महंगाई की मार झेल रहा है। तो वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह से बर्वाद हो चुका है। जोरदार बारिश के चलते आलमपुर कस्बे में स्थित सोनभद्रिका नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। पुल डूबने में कुछ ही फासला रह गया है। बारिश के दौरान बस्ती के अंदर सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी चल रहा था। जिससे कई लोगों के घरों और दुकानों में बारिश का पानी भर गया है। कस्बे की मैन बजरिया में घुटनों तक पानी भरा हुआ था। गहोई धर्मशाला के ठीक सामने बाबू सोनी का मकान सड़क से करीब तीन फीट ऊंचाई पर बना हुआ है। किन्तु सड़क पर इतना पानी चल रहा था। कि सोनी के घर में बनी दुकान में बारिश का पानी भर गया। इसके अलावा आलमपुर बाजार में कई और दुकानों के अंदर बारिश का पानी भरने की खबर है। सोमवार को दिनभर रुक-रुककर बारिश का दौर चलता रहा।