भिण्ड, 20 सितम्बर। पोषण माह अंतर्गत परियोजना लहार, भिण्ड ग्रामीण के आंगनबाडी केन्द्रों पर पोषण पाठशाला और पोषण मटका गतिविधि का आयोजन किया गया। उक्त गतिविधियां संपूर्ण सितंबर माह में आयोजित की जाती रहेंगी।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने अवगत कराया कि पोषण भी पढाई में पोषण माह का एक विशेष घटक है, जिसके अंतर्गत पोषण संबंधी विभिन्न जानकारियां बच्चों को दी जाती है। उदाहरण के लिए उनकी दैनिक दिनचर्या में सुधार कर स्वस्थ खान-पान को अपना घर किस प्रकार से ऊर्जावान स्फूर्ति वान बना जा सकता है। स्थानीय स्तर पर कौन-कौन से छोटे-छोटे व्यायाम छोटे-छोटे योगासन करके हम स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं। सुबह जल्दी जागने के महत्व बताए, अवगत कराएगा की सुबह जल्दी जागने पर वातावरण स्वच्छ और साफ रहता है उसे समय ऑक्सीजन का लेवल वातावरण में बहुत अधिक होता है, जो हमारे पूरे शरीर, सांसों, फेंफडों, हमारे पूरे नर्वस सिस्टम के लिए बहुत अच्छा होता है, इसलिए सभी को सुबह जागकर थोडा व्यायाम अथवा सुबह की सैर सभी को करना चाहिए। प्रभात फेरी इसका एक अच्छा उदाहरण है।
अधिकारियों द्वारा पोषण माह का सतत सर्वेक्षण किया जा रहा है। सुपर वाइजर एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता को सतत गतिविधियां करने के लगातार निर्देश हैं। इसके साथ ही पोषण क्विज, प्रश्न शाला आदि गतिविधियां मनोरंजन हेतु आयोजित की गईं। जिसमें उत्कृष्ट प्रश्न करने वाले बच्चों को पुरस्कार दिया जा रहा है। पोषण माह का प्रमुख उद्देश्य किसी भी प्रकार से हमारे बच्चे किशोर, किशोरी, धात्री माताएं, गर्भवती माता सभी को उचित पोषण प्रदान करना है, उन्हें पोषण के प्रति जागरूक करना है। अगर वह पोषण की जागरूक हो गए तो स्वयं ही अच्छा खान-पान अच्छी दिनचर्या अपना सकते हैं, जिससे पोषित रहने का काम आसानी से हो सकता है।