नगर परिषद आलमपुर की अनदेखी के कारण करीब तीन वर्ष से क्षतिग्रस्त पडा है टीनशेड व चबूतरा
भिण्ड, 06 जुलाई। आलमपुर कस्बे में खोडन मोहल्ले के समीप स्थित मुक्तिधाम के अंदर दाह संस्कार के लिए बना टीनसेड तथा चबूतरा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे लोगों को इस बारिश के मौसम में दाह संस्कार करने में परेशानी हो रही है। लेकिन नगर परिषद लोगों की इस महत्वपूर्ण समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रही है।
आलमपुर कस्बे के खोडन मोहल्ले के पास स्थित मुक्तिधाम का नगर परिषद ने वर्षों पहले लाखों रूपये की लागत से सौंदर्यीकरण कराया था। इस दौरान मुक्तिधाम के अंदर दाह संस्कार के लिए एक लम्बा चौडा पक्का चबूतरा बनबाकर उस पर टीनशेड लगवाया गया था। लेकिन दाह संस्कार के लिए लगा टीनशेड पिछले करीब दो-तीन वर्ष से क्षतिग्रस्त अवस्था में पडा हुआ है। जिससे लोगों को बारिश के मौसम में दाह संस्कार करने में परेशानी हो रही है। मुक्तिधाम का टीनशेड क्षतिग्रस्त होने के कारण टीनसेड से पानी टपकता है। जिससे दाह संस्कार के दौरान व्यवधान उत्पन्न होता है। इस परेशानी से बचने के लिए अंतिम संस्कार के दौरान लोगों को अपने घरों से टीन के पत्रा लेकर मुक्तिधाम पर जाना पडता है और जब लोग मुक्तिधाम पर टीन के पत्रा लगा लेते तब मृत व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर पाते हैं। इतना ही नहीं दाह संस्कार के लिए बना चबूतरा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। यही नहीं मुक्तिधाम के अंदर कई जगह कचरा पसरा हुआ है। आलमपुर कस्बे के मुक्तिधाम की दुर्दशा को देखकर अंतिम संस्कार में शामिल होने बाले लोग एवं नाते रिश्तेदार नगर परिषद को कोषते हुए कहते हैं कि जब नगर परिषद मुक्तिधाम की दशा नहीं सुधरबा पा रही है। तो वह आलमपुर नगर का क्या विकास करेगी! तो वहीं आलमपुर कस्बे के लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा आलमपुर कस्बे के मुक्तिधामों की दुर्दशा की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मुक्तिधाम की बाउण्ड्री भी हो सकती है धराशायी
इसके अलावा मुक्तिधाम की बाउण्ड्री के नीचे कई जगह मिट्टी का कटाव हो चुका है। जिससे आवारा श्वान मुक्तिधाम के अंदर घुस जाते हैं और दाह संस्कार के बाद चबूतरे पर पडी भस्म पर जाकर बैठ जाते हैं। यही नहीं बाउण्ड्री के नीचे मिट्टी के कटाव के कारण मुक्तिधाम की बाउण्ड्री क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में पहुंच चुकी है और कभी भी मुक्तिधाम की बाउण्ड्री धराशायी हो सकती है। मुक्तिधाम के अंदर एक कमरा तथा बरामदा बना हुआ है, जिसकी कई वर्षों से पुताई नहीं हुई है। इसी प्रकार आलमपुर कस्बे में वार्ड क्र.12 में बने मुक्तिधाम की हालत दयनीय बनी हुई है। मुक्तिधाम पर जाने वाली सडक के किनारे दोनों ओर कटीली झाडियां खडी हुई हैं। जिससे दाह संस्कार के लिए जाने वाले लोगों को निकलने में परेशानी होती है। इसके अलावा मुक्तिधाम के अंदर कचरा फैला हुआ है।