श्रीराम कथा में केवट ने जान लिया श्रीराम का मरम

ग्राम विरगवां में चल रही है श्रीराम कथा

भिण्ड, 28 मार्च। अटेर क्षेत्र के ग्राम विरगवां में चल रही श्रीराम कथा में मंगलवार को पं. श्यामसुंदर पाराशर ने कहा कि राम के साथ भाई लक्ष्मण भी वन गए और उनकी पत्नी बहुत बड़ी तपस्या करने वाली उर्मिला को धन्य है, जो ऐसी भी पत्नियां होती हैं, जिनकी वजह से भारत की भूमि धन्य हो जाती है। सुमित्रा कहती हैं, जाओ वहां तुम्हारा बाल बांका नहीं होगा। आज गंगा जी के किनारे खड़े राम केवट से नाव मांग रहे, आज जगत को पार करने वाला केवट से गंगा पार करने के लिए नाव मांग रहा है। केवट कहता है कि आपका मरम हमने जान लिया- ‘मांगी नाव न केवट आना। कहिउ तुम्हार मरम में जाना।।’ माता कौशल्या ने मरम नहीं जाना, माता सुमित्रा, कैकई ने श्रीराम का मरम नहीं जान पाया, आज केवट कहता है कि कहेउ तुम्हार मरम हम जाना।
श्रीराम कथा के अवसर पर पं. अरविन्द तिवारी, सरपंच सपेन्द्र सिंह भदौरिया, पूर्व सरपंच रामवरन सिंह, बेताल सिंह चौहान, ओमवीर सिंह नेताजी, प्रेम सिंह, राधेश्याम सिंह, विश्वप्रताप सिंह विष्णु सहित कई भक्तगण मौजूद थे।