राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने श्रीराम चरितमानस के ऊपर की गई टिप्पणी की कड़े शब्दों में की निंदा
भिण्ड, 04 फरवरी। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या द्वारा श्रीराम चरित मानस पर अभद्र टिप्पणी की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। तथाकथित धर्मनिरपेक्षता वादी लोग मर्यादा भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम और बाबा गोस्वामी तुलसीदास ने जो रामायण की रचनाकर रामचरितमानस को लिखने का कार्य किया। जिस पर उंगली उठाने का काम कर रहे हैं स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग तथा समाज में विद्वेष की भावना पैदा कर रहे हैं। ऐसे लोगों से हमें सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी आग्रह किया है कि ऐसे लोगों को अपनी पार्टी में ना रखते हुए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करें, जो कि समाज में इस प्रकार का वातावरण फैलाकर हमारे हिन्दू राष्ट्र को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन आवास राज्यमंत्री यूपीएस भदौरिया ने कहीं।
राज्यमंत्री भदौरिया ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण का चरित्र समाज के लिए अनुकरणीय है और जीवन जीने का मार्ग हमें प्रस्तुत करता है, वहीं रामचरितमानस पर आधारित चौपाइयों हमें समाज को जागृत करने की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि मर्यादा भगवानश्री राम और श्रीकृष्ण ने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व के माध्यम से समाज को सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है, स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे व्यक्ति ने हमारे हिंदू राष्ट्र को ठेस पहुंचाने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि बिहार के नीतीश कुमार के मंत्रिमण्डल के एक मंत्री ने भी रामचरितमानस पर उंगली उठाने का काम किया था। स्वामी प्रसाद मौर्या हिन्दू समाज के घर पैदा हुआ कलंक हैं। मौर्या समाज भगवान राम जिनको मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है, उनकी आराधना करता हैं। सपा के मुखिया अखिलेश यादव के संरक्षण में भगवान राम की चौपाई पर गलत टिप्पणी करके स्वामी प्रसाद मौर्या ने सनातन धर्म पर प्रहार किया है और जिसमें संपूर्ण हिन्दू समाज के साथ सर्व समाज आहत हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या ने मां गौरी और भगवान श्रीगणेश के ऊपर अभद्र टिप्पणी की थी, जो क्षमा योग्य नहीं है। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से आग्रह किया है कि ऐसे लोगों को तत्काल गिरफ्तार कर उन्हें जेल में बंद किया जाए।