भिण्ड, 10 दिसम्बर। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड के आदेशानुसार एवं जिला न्यायाधीश/ सचिव सुनील दण्डौतिया के मार्गदर्शन में विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एवं महिलाओं के विरुद्ध हिंसा एवं भेदभाव को समाप्त किए जाने हेतु जागरुकता अभियान के अंतर्गत वनस्टॉप सेंटर एवं जैन उमावि भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
वनस्टॉप सेंटर भिण्ड में आयोजित शिविर में न्यायिक मजिस्ट्रेट भिण्ड सुश्री अनुराधा गौतम ने उपस्थित जनों को महिलाओं का वाणिज्यिक, यौन शोषण, घरेलू-हिंसा, पॉक्सो आदि विषयों पर जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को उनके ऊपर हो रही किसी भी प्रकार की हिंसा को सहकर समाज में महिलाओं के प्रति हिंसा को बढ़ावा नहीं देना चाहिए, बल्कि निडर होकर न्यायोचित तरीके से अपने अधिकारों को प्राप्त करना चाहिए, इसके साथ ही समाज में किसी अन्य महिला के साथ हो रही हिंसा के विरुद्ध भी आवाज उठाते हुए, पीडि़ता को सही मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उसकी हर संभव मदद करनी चाहिए तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से उस महिला को उचित न्याय प्राप्त करने हेतु जागरुक करना चाहिए। इसके साथ ही न्यायाधीश ने वनस्टॉप सेंटर परिसर का निरीक्षण कर परिसर में मिल रही मूलभूत सुविधाओं का जायजा भी लिया। कार्यक्रम में वन स्टॉप सेंटर का स्टाफ एवं पीएलव्ही भिण्ड श्रीकृष्ण सिंह उपस्थित रहे।
जैन उमावि भिण्ड में आयोजित कार्यक्रम में जिला विधिक सहायता अधिकारी भिण्ड सौरभ कुमार दुबे ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को मानव-अधिकार के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा पत्र जारी किया गया था, जिसमें सभी इंसानों के प्राकृतिक अधिकारों तथा न्यूनतम अधिकारों का वर्णन किया गया है, जिसके अनुसार विश्व के सभी नागरिकों को समानता का अधिकार जीवन जीने का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, वैयक्तिक सुरक्षा का अधिकार आदि सभी संबंधित राज्यों द्वारा प्रदान किए जाने चाहिए, क्योंकि ये अधिकार मानव जीवन को सुचारू रूप से विकसित करने तथा समाज को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। हमारे संविधान में भी इन अधिकारों की छवि साफ दिखाई देती है। इस प्रकार से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा उद्घोषित अधिकारों में से कुछ अधिकार हमें हमारे मौलिक अधिकारों के रूप में प्राप्त हैं। शिविर में विद्यालय का स्टाफ, छात्र-छात्राएं एवं पीएलव्ही श्रीकृष्ण सिंह उपस्थित रहे।