प्रविश नगर कीजै सब काजा, हृदय राखि कौशलपुर राजा

मेहगांव में चल रही रामलीला में हुई लंका दहन की लीला

भिण्ड, 06 नवम्बर। श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज दंदरौआ सरकार की अध्यक्षता में चल रही रामलीला में शनिवार को इन्द्रभान सिंह गुर्जर बाबूजी पुत्र स्व. किलेदार सिंह गुर्जर पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद मेहगांव ने आरती कर रामलीला का शुभारंभ किया।


इस अवसर आयोजित रामलीला के मंचन में दिखाया गया कि जब श्रीराम की सेना समुद्र किनारे पहुंचती है और सम्पाती के बताने पर हनुमान जी लंका में पहुंचकर जानकी खोजते हैं, तभी हनुमान जी लंका की एक कुटिया में रामनाम की धुन सुनकर हनुमानजी कुटिया के अंदर जाते हैं और वहां विभीषण को पाते हैं। विभीषण के साथ योजना बनाकर अशोक वाटिका में हनुमान जी ने माता सीता से मिलकर श्रीराम का संदेश मां जानकी सुनाते हैं, फिर मैया से आज्ञा लेकर फल खाते हैं और अशोक वाटिका को तहस-नहस कर देते हैं, उसके बाद अक्षय कुमार को मारा। मेघनाथ को मूर्छित किया। ब्रह्म फांस का सम्मान कर रावण के दरबार में पहुंचे। रावण हनुमान जी की पूंछ में आग लगवा दी। हनुमान जी रावण की सोने की लंका को जलाकर राख कर देते हैं।