तीन घण्टे की बारिश में मुख्य मार्ग समेत कॉलोनियां हुईं जलमग्न, लहार रोड पर दो फीट पानी भरा

भिण्ड, 20 अगस्त। भिण्ड शहर में शनिवार अलसुबह जमकर पानी वर्षा, लोग सोकर उठे तो शहर के कई क्षेत्र जलमग्न थे, सड़कों ने नालियों का रूप ले लिया था। रात तीन बजे के बाद तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सुबह छह बजे तक रिमझिम में चलता रहा। इस दौरान करीब एक घण्टे तेज बारिश हुई। लोगों ने नगर पालिका अफसरों व कर्मचारियों को जलभराव के हालात से अवगत कराया। लेकिन नपा कर्मी जलभराव के हालत से निपटने समय पर नहीं पहुंचे।
भिण्ड के कलेक्ट्रेट से लेकर शहर की मुख्य सड़कें और आधा दर्जन कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। सबसे बुरे हाल मीरा कॉलोनी और शास्त्री कॉलोनी के दिखे। गौरी सरोवर की सड़क नाले में तब्दील हो गई। लहार रोड पर भी डेढ़ से दो फीट तक पानी भरा रहा। भारौली रोड पर नई कॉलोनियों में भी लोग घरों के अंदर बारिश के पानी की वजह से कैद हो गए। अटेर रोड की कॉलोनियों में हर ओर कीचड़ पसरा गया। नगर पालिका के कार्यपालन यंत्री व इंचार्ज सीएमओ हरीश बाबू का कहना है कि तीन गाडिय़ां पानी निकासी के लिए भेजी गई हैं। वाहन कम हैं। अमला पूरी तरह से लगा हुआ है। नाले ओवर फ्लो हो गए हैं। पानी धीरे-धीरे सड़कों पर से उतर रहा है।

जिला चिकित्सालय परिसर बना तालाब, मरीज को हाथों पर रखकर दिखाने पहुंचे अटेंडर

शनिवार की सुबह हुई बारिश के चलते पूरा शहर जलमग्न हो गया। बारिश के पानी से भिण्ड जिला चिकित्सालय भी लबालब हो गया। सड़क का पानी जिला अस्पताल परिसर में भर गया। जल निकासी के उचित प्रबंधन न होने पर घंटों मरीजों को परेशान होना पड़ा। यहां स्ट्रेचर मरीजों को न मिलने पर वे हाथों पर रखकर ओपीडी तक पहुंचे। हालांकि इस समय कलेक्टर समेत दूसरे प्रशासनिक अफसर भी मौजूद थे, जिन्होंने अस्पताल में बारिश के कारण होने वाली अव्यवस्थाएं भी देखीं।
सुबह दस बजे तक जिला अस्पताल परिसर के मैदान में पानी एकत्रित हो गया। बारिश का पानी ने जिला अस्पताल के मैदान को तालाब के रूप में बदल दिया। मरीजों को जिला अस्पताल में चिकित्सकों को दिखाने के लिए पहुंचे तो वे बारिश के पानी में होकर ओपीडी तक पहुंचे। जिला अस्पताल में बारिश का पानी एकत्रित होने पर भिण्ड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस समेत अन्य अधिकारी मौका ए मुआयना करने पहुंचे। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। तभी एक मरीज को अटेंडर पुरानी बिल्डिंग से ओपीडी तक लेकर आए। मरीज को स्ट्रेचर न मिलने पर परिजन बुजुर्ग मरीज को हाथों पर रखकर एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग तक पहुंचे। ये अव्यवस्थाओं का आलम पूरे समय देखने को मिला। इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी यूपीएस कुशवाह का कहना है कि मुख्य सड़क ऊंची होने की वजह से बारिश का पानी अस्पताल के मैदान में आ गया। जिला अस्पताल परिसर में स्ट्रेचर समेत दूसरी सुविधाएं मौजूद है। जो अव्यवस्थाएं बारिश के कारण बनी है उन्हें जल्द दूर कर लिया जाएगा।

जिला आपदा प्रबंधन एवं नियंत्रण कक्ष

जिला मुख्यालय स्तर पर जिला स्तरीय जिला आपदा प्रबंधन एवं नियंत्रण कक्ष कलेक्ट्रेट भवन प्रथम तल पर संचालित है। जिसके माध्यम से कोई भी आम नागरिक जिले से संबंधित सूचना एवं बाढ़ से संबंधित शिकायतों को ऑनलाईन दर्ज करा सकता है। जिला आपदा प्रबंधन एवं नियत्रण कक्ष में शिकायत दर्ज कराए जाने हेतु दूरभाष क्र.07534-181, सूचना दिए जाने हेतु दूरभाष क्र.7534-230061, 07534-230062, 07534-230063, 07534-230064 एवं 07534-230065 पर कार्यालयीन समय में सूचना दी जा सकती है।