केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ट्रैक्टर चलाकर कलोरा गांव पहुंचे, बाढ पीडितों को राहत और भरोसे का दिया संबल

– पीडित परिवारों से मिले, आर्थिक सहायता के साथ दिया हरसंभव सहयोग का भरोसा
– लव-कुश मन्दिर में पूजा अर्चना कर की दिन की शुरुआत

गुना, 24 अगस्त। गुना जिले में पिछले दिनों आई बाढ का पानी अब लगभग उतर चुका है। इस भयंकर अतिवृष्टि और आपदा की शुरुआत से ही केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सक्रिय हैं। 21 अगस्त से वह लगातार संसदीय क्षेत्र के बाढ एवं आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा ले रहे हैं। इसी क्रम में वह शनिवार को बमोरी विधानसभा के कलोरा, तुमडा और बांधा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सुबह गुना सर्किट हाउस में आमजन से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और संज्ञान लिया। तदुपरांत, लव-कुश जन्मोत्सव के अवसर पर वह कुशवाह नगर स्थित लव-कुश मन्दिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर क्षेत्र के लिए मंगल कामना की। तत्पश्चात वह बमोरी विधानसभा के कलोरा, तुमडा और बांधा गांव पहुंचे। जहां उन्होंने प्रभावित जनों से सीधा संवाद किया और राहत स्वरूप आर्थिक सहायता प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर पूरे नुकसान का संपूर्ण आकलन कर प्रत्येक प्रभावित को न्यायोचित मुआवजा उपलब्ध कराएंगी।
कलोरा डैम का निरीक्षण और कारीगरों तथा ग्रामीणों को धन्यवाद
गांव के किसानों से जुडाव का अनोखा उदाहरण पेश करते हुए केन्द्रीय मंत्री सिंधिया खुद ट्रैक्टर चलाकर कलोरा गांव पहुंचे और प्रभावित परिवारों से सीधे मुलाकात की। उनका यह आत्मीय अंदाज गांव के लोगों को गहराई से छू गया। ज्ञात रहे कि 29-30 जुलाई को आई भीषण बाढ में कलोरा डैम की वेस्ट वियर लगभग 10 फीट तक क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिसके कारण कई गांवों में पानी भर गया और हालात अस्त-व्यस्त हो गए थे। सिंधिया ने आज इस बांध का निरीक्षण किया और तीन दिनों के भीतर क्षतिग्रस्त दीवार का पुनर्निर्माण करने वाले कारीगरों, ग्रामीणों व प्रशासनिक अमले को धन्यवाद दिया।
ग्वालियर से हुआ प्रवास का शुभारंभ
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संसदीय क्षेत्र प्रवास की शुरुआत 21 अगस्त को ग्वालियर से की थी। यहां से वह सीधे शिवपुरी के बाढ प्रभावित लिलवारा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने आपदा पीडितों से मुलाकात की और राहत व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
शिवपुरी और अशोकनगर के बाढग्रस्त इलाकों का दौरा
22 अगस्त को केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने शिवपुरी जिले के कोलारस स्थित सांगेश्वर, लगदा, लालपुर और बांसखेडा गांवों का दौरा किया। दोपहर बाद वह अशोकनगर जिले के चंदेरी पहुंचे और अखियाघाट, शाजापुर, पोरुखेडी व अमरोद खेडी में बाढ प्रभावित ग्रामीणों से संवाद किया तथा आर्थिक सहायता प्रदान की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों के घर पहुँचकर उनके दिवंगत परिजनों के प्रति श्रद्धांजलि भी अर्पित की और शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना दी।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सौगातें
23 अगस्त को केन्द्रीय मंत्री सिंधिया अशोकनगर स्थित नवीन केन्द्रीय विद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से मुलाकात कर उन्हें कंप्यूटर, किताबें और अन्य शैक्षणिक सामग्री भेंट की। इसके साथ ही उन्होंने जिला चिकित्सालय अशोकनगर और सिविल अस्पताल चंदेरी को 50 लाख रुपए मूल्य की एक-एक एंबुलेंस जनता के लिए समर्पित की, जिससे क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाएँ और अधिक सुदृढ होंगी। उक्त दिवस ही सिंधिया ने गुना के बजरंगपुर स्थित नवोदय विद्यालय में आयोजित नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप की क्लोजिंग सेरेमनी में भाग लिया और खिलाडियों को संबोधित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
आपदा प्रभावितों के बीच संवेदनाएं और सहयोग
कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने अशोकनगर के मुंगावली विधानसभा अंतर्गत बरखेडा जमाल और गोरा बहादुरपुर गांव का दौरा कर पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की तथा प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की। इसके बाद वह गुना शहर की बाढग्रस्त पॉश कॉलोनियों में पहुंचे और वहां हुए जान-माल के नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने आपदा में अपनों को खो चुके परिवारों से भेंट कर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया का यह प्रवास कार्यक्रम आपदा पीडितों के प्रति संवेदना और सहयोग का संबल बना, और साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र की जनता के विश्वास को और अधिक दृढ करने वाला साबित हुआ। आपदा की शुरुआत से ही सिंधिया व्यक्तिगत रूप से हालात पर निगरानी बनाए हुए थे। वह लगातार केन्द्र और राज्य सरकार के संपर्क में रहकर राहत एवं बचाव कार्यों का समन्वय कर रहे थे। उन्होंने इस आपदा में दिन-रात जुटे प्रशासनिक तंत्र, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। प्रवास के दौरान केन्द्रीय मंत्री के साथ स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।