– चम्बल खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर
भिण्ड, 24 अगस्त। चंबल नदी एक बार फिर से उफान पर है, जो खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर बह रही है। इससे अटेर क्षेत्र के 10 गांवों में बाढ का खतरा नजर आ रहा है। नदी का पानी अटेर किले की तलहटी तक पहुंच गया है।
जानकारी के अनुसार अटेर क्षेत्र के करीब 8 से 10 गांव चंबल नदी के बढते जलस्तर से प्रभावित हो रहे हैं। कई रास्ते पानी में डूब गए हैं और निचले इलाकों में बाढ का पानी भरने लगा है। मुकुटपुरा और वृंदावन मार्ग पर ग्रामीणों को आना-जाना मुश्किल हो गया है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने चंबल किनारे बसे गांवों को अलर्ट कर दिया है। शनिवार रात 10 बजे के बाद नदी का जलस्तर तेजी से बढना शुरू हुआ और रात 11 बजे तक अटेर क्षेत्र में पानी बढकर गांवों की ओर बढने लगा। रविवार सुबह तक चंबल नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर पहुंच चुकी थी। इसके बाद स्थिति और बिगड गई। पानी मुकुटपुरा, नवली, वृंदावन मार्ग तक पहुंच गया, उधर अटेर किले की तलहटी तक भी पानी भर गया है।
अटेर तहसीलदार ने निरीक्षण कर बताया कि चंबल नदी में पानी लगातार बढ रहा है, जिससे बाढ की स्थिति गंभीर हो रही है। प्रभावित गांवों को अलर्ट किया गया है और प्रशासन पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। प्रभावित गांवों के लोगों को सावधानी बरतने और नदी के पास नहीं जाने के अलावा सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
चम्बल और सिंध में बढ रहा जलस्तर
कार्यपालन यंत्री जल संसाधन संभाग भिण्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह बजे चम्बल नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर निकल गई है। उदी घाट पर वाटर लेबल 121.98 मीटर पर आ गया है, जबकि खतरे का निशान 119.80 मीटर पर है। चम्बल नदी में जल स्तर लगातार बढ रहा है। क्वारी नदी- डिडी घाट पर वाटर लेबल 122.57 मीटर आंका गया, जो खतरे के निशान से 3.39 मीटर नीचे है। खतरे का निशान 125.96 मीटर है। सिंध नदी- मेहदा घाट पर वाटर लेबल रविवार सुबह 8 बजे 114.57 मीटर आंका गया, जो खतरे के निशान से 5.95 मीटर नीचे है, जबकि खतरे का निशान 120.30 मीटर पर है। सिंध नदी में भी जल स्तर लगातार बढ रहा है।