भिण्ड, 20 अप्रैल। अटेर मेरे पिता स्व. सत्यदेव कटारे की जन्मभूमि के साथ-साथ कर्म भूमि भी है। वो अपने अटेर क्षेत्र की जनता से अत्यंत प्रेम करते थे। इसलिए में हमेशा उनके बताए हुए प्रत्येक शब्दों को अपने राजनीतिक जीवन में उतारकर उनकी अनुपस्थिति में उनके अंश के रूप में आप सबके बीच सुख दु:ख में शामिल रहता हूं। आप सबकी सेवा मेरे लिए पितृ सेवा और संत सेवा के समान है। ये बात अटेर के पूर्व कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने क्षेत्र के श्यावली, पिथनपुरा, गोअरकलां, सोनपुरा, भगवासी, फूफ, बरोही आदि गावों शोक संवेदना और शादी समारोह में शामिल होते समय उपस्थित लोगों के बीच उनके सुख दु:ख में शामिल होने के दौरान कही।
पूर्व विधायक कटारे ने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं अपने पिता की तरह ही अपकी हर समस्या के निराकरण हेतु हर समय तत्पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे पिता द्वारा विरासत के रूप में मिला, अटेर अब मेरे लिए विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि मेरे लिए वो एक तीर्थस्थल के समान है। जिसकी पूजा करना और सेवा करना मेरा पहला धर्म है। कटारे के साथ भरत समाधिया, माधौराम शर्मा, सुनील कांकर, मायाराम जाटव, अजय जाटव, विजय शर्मा सहित प्रमुख कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।