बरासों जैन मन्दिर में समोशरण वेदी का हुआ शिलान्यास

भिण्ड, 03 अप्रैल। मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, श्रमण मुनि विश्व सूर्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी की समोशरण स्थली अतिशय क्षेत्र बरासों में टीले वाले मन्दिर पर जहां भगवान महावीर स्वारमी का समोशरण आया था। उस स्थान पर भव्य समोशरण की रचना की गई है, जिसका समोशरण वेदी शिलान्यास किया गया। शिलान्यास जम्बू प्रसाद गाजियाबाद एवं सोनू जैन महाकाल राईस मिल वालों द्वारा किया गया।


इस अवसर पर मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने कहा कि यह अतिशय क्षेत्र जहां पर भगवान महावीर स्वाामी का समोशरण आया था, उसी स्थापन पर एक भव्य समोशरण की रचना की जा रही है, जिसमें भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा को विराजमान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वो व्यक्ति बहुत ही सौभाग्यशाली हैं जिसने इस समोशरण में वेदी का शिलान्यास किया है, क्योंकि यह वेदी और प्रतिमा जीवन पर्यन्त तक विराजमान रहेगी और न जाने कहां कहां से श्रृद्धालुगण दर्शन करने के लिए आएंगे।
मेडिटेशन गुरू ने कहा कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी अहिंसा के मूर्तिमान प्रतीक थे। उनका जीवन त्याग और तपस्या से ओतप्रोत था, एक लगोटी तक का परिग्रह नहीं था उन्हें। हिंसा, पशुबलि, जाति-पात के भेदभाव जिस युग में बढ़ गए थे, उसी युग में पैदा हुए भगवान महावीर और बुद्ध दोनों ने इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाई थी। दोनों ने ही अहिंसा का भरपूर विकास किया था।

महामस्तकाभिषेक में उमड़ा जैन सैलाव

अतिशय क्षेत्र बरासों जैन मन्दिर में दो से चार अप्रैल तक चल रहे महामस्तजकाभिषेक कार्यक्रम में रविवार को भगवान के अभिषेक के लिए भक्तों का जनसैलाव उमड़ पड़ा। जिसमें उप्र के इटावा, करहल, मैनपुरी, घिरोर, जसवंत नगर, आगरा, वाह, जैतपुर, ग्वालियर, भिण्ड जिले के अनेकों स्थानों से श्रृद्धालुओं ने पहुंचकर भगवान का महामस्तकाभिषेक किया। भक्तों ने बढ़-चढ़कर प्रथम, द्वितीय, तृतीय बोली लेकर अभिषेक करने का सौभाग्य प्राप्त किया। इस अवसर पर जगदीश जैन, राजेन्द्र जैन बिल्लू, सुमेर जैन, प्रभाष जैन, कमलेश जैन, सुनील जैन, राजेश जैन, दीपक जैन, सनी जैन, मनोज जैन, राजीव जैन, मयंक जैन, संजय जैन, सनत जैन, नीरज जैन, उमेश शास्त्री, संदीप शास्त्री, नरेश जैन, पंकज जैन के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरूष एवं बच्चे उपस्थित थे।