भिण्ड, 29 सितम्बर। मेहगांव नगर में पुराना थाना कोतवाल सरकार में सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। रविवार को कथा में दंदरौआ धाम महंत रामदास महाराज शामिल हुए। कथा आयोजनकर्ताओं ने उनका स्वागत-सम्मान किया, साथ ही उन्होंने रामदास महाराज से प्रवचन देने की प्रार्थना की।
दंदरौआ धाम के महंत रामदास महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि आज कल मनुष्य को निंदा करना और निन्दा सुनना अच्छा लगता है, लेकिन मनुष्य जब निंदा सुनता है तो आपके भीतर उस मनुष्य के गुण आते हैं। इसलिए मनुष्य को भगवान की कथा सुननी चाहिए, जिससे भगवान के गुण मनुष्य के भीतर जाता है। कथा व्यास दिनेश शास्त्री ने कहा कि भगवान कहते हैं जो बाहर से सुंदर है और भीतर से कपट भर रखा है, ऐसे मनुष्य को मैं देखना पसंद भी नहीं करता, जिस मनुष्य का मन शुद्ध है, पवित्र एवं निर्मल है ऐसे भक्तों को मैं पसंद करता हूं। उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों को शिक्षा में अर्थ और काम दो चीज पढ़ाई जा रही हैं। बच्चों को पहले धर्म का स पाठ पढना चाहिए। संतों का सम्मान करना है, मां बाप का सम्मान करना धर्म है। इसी क्रम में मंहत कालिदास महाराज तेजपुरा ने कहा कि संसार में जब कोई बुरा व्यक्ति कोई बुरा कार्य करता हैं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है लेकिन जब कोई अच्छा व्यक्ति कोई बुरा कार्य करता है तो उसकी निंदा होती है। उन्होंने कहा कि रावण के पास धन था और राम के पास धर्म था। इसलिए मनुष्य को धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए। कथा श्रवण के लिए कथा पण्डाल में बीरेंद्र सिंह गुर्जर, जलज त्रिपाठी, सत्यम तिवारी मौजूद रहे।