आईटीएम हॉस्पिटल का पीआरओ निकला चोर गैंग का सदस्य, झांसी पुलिस ने पकडा

मोबाइल टावर की चिप चोरी मामले में गिरफ्तार

ग्वालियर, 05 अप्रैल। ग्वालियर के झांसी रोड इलाके में आईटीएम हॉस्पिटल के पीआरओ को बोलेरो सवार युवकों द्वारा उठाकर ले जोन के मामले का खुलासा हो गया है। पीआरओ दिनेश यादव को ले जाने वाली बदमाशों की गैंग नहीं बल्कि झांसी पुलिस की टीम निकली।
जानकारी के अनुसार झांसी पुलिस उसे चोरी के मामले में उठाकर ले गई है। मोबाइल टावर में इस्तेमाल होने वाली चिप चोरी में उसका नाम सामने आया है। पता चला है कि यह चिप काफी महंगी आती है। इस चिप का क्या होता है, इसके बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिली है। झांसी पुलिस ने चिप चोरी करने वालों को पकडा था। उन्होंने पूछताछ में आईटीएम अस्पताल के पीआरओ दिनेश यादव को चोर गैंग का सक्रिय सदस्य बताया था। इसके बाद झांसी पुलिस शुक्रवार दोपहर उसे उठा ले गई।
इससे पहले मिली जानकारी के अनुसार शहर के हजीरा स्थित बिरला नगर निवासी दिनेश यादव, झांसी रोड स्थित आईटीएम अस्पताल में पीआरओ है। शुक्रवार को दोपहर लगभग 3 बजे अस्पताल से घर के लिए निकले थे। अस्पताल से कुछ आगे चलने के बाद दिनेश की बाइक को बोलेरो सवार 4-5 युवकों ने रोका। युवकों ने दिनेश को गाडी में खींच लिया। उसकी बाइक युवकों में से एक ने ले ली। शाम तक दिनेश के घर न पहुंचने पर परिजन ने उसकी तलाश शुरू की और देर रात पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दिनेश की तलाश में रातभर सर्चिंग की। लेकिन उसका कुछ भी पता नहीं लगा है। पुलिस ने शनिवार सुबह भी कुछ ठिकानों पर दबिश दी है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है।
मोबाइल पर परिजन से कहा- मुरार में हूं, आता हूं
बताया यह भी गया है कि दिनेश ने इसी दौरान दो बार अपने परिजन से बात भी की। एक बार दिनेश ने बताया कि वह मुरार में है और अभी आ जाएगा। लेकिन वह रात तक नहीं लौटा। रात में पहले दिनेश के मोबाइल पर रिंग जाती रही, बाद में मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। बोलेरो सवार युवकों के कब्जे में होने के बाद भी परिजन से बात करने पर पुलिस आपसी विवाद का भी संदेह जता रही है। पुलिस को अस्पताल के किसी बिल को लेकर भी विवाद का संदेह है।
डबरा की ओर ले जाने की मिली सूचना
जब पुलिस ने घटना स्थल के आसपास पता किया तो पुलिस को एक ई-रिक्शा चालक ने बताया कि बोलेरो सवार लोग एक युवक को डबरा की ओर ले गए। हॉस्पिटल कर्मचारी की बाइक को कार सवार युवक शहर की ओर ले गया। अब पुलिस हॉस्पिटल कर्मचारी की आखिरी लोकेशन के बारे में पता लगा रही है।