-हमें राष्ट्र के लिए अब मरने की नहीं, जीने की जरूरत है : तिवारी
– एनएसएस शिविर का चौथा दिन
भिण्ड, 09 मार्च। शा. उत्कृष्ट उमावि विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के चौथे दिन का शुभारंभ योग और प्राणायाम से हुआ। पतंजलि योग प्रशिक्षिका सोनाली अग्रवाल एवम निर्मला जैन ने मंत्रोच्चार के साथ सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया तथा अनुलोम विलोम, भ्रामरी और उज्जाई प्राणायाम के लाभ बताते हुए अभ्यास कराए। पर्यवारण संरक्षण और जल संरक्षण विषय पर प्रो. इकबाल अली और डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने पर्यावरण पर छात्रों से परिचर्चा करते हुए सात समूह क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा, मयूर और बटेर बनाकर वनस्पति और जंतुओं के नाम के आधार पर मुहावरे लिखने की प्रतियोगिता कराई जिसमे सबसे ज्यादा मुहावरे पावक और समीरा समूह प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे उन्हें पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर प्रो. अली ने कहा कि पर्यावरण के बहुत सारे उदाहरण मुहावरों में समाहित हैं। जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया और इकबाल अली ने पर्यावरण रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली शिविर स्थल से हैवदपुरा तक गई और गांव वालों को पर्यावरण के प्रति जागरुक किया। छात्रों ने धरती माता करे पुकार-वृक्ष लगाओ बारंबार, स्वच्छता लाओ-रोग भगाओ, थैली छोडो-थैला पकडो, नकली छोडो-असली पकडो, प्रकृति के दुश्मन तीन-पाउच, पन्नी, पॉलीथिन के नारे लगाए।
बौद्धिक सत्र में सेवानिवृत व्याख्याता आरएन तिवारी ने नैतिकता से भटकते युवा और राष्ट्रीयता के बारे में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रा्रष्ट्र के बारे में चिंतन करना हमारी जिम्मदारी है। ऐसे शिविरों में संस्कारित होकर इसे समाज में देने की जरूरत है। हमारी जो समृद्ध संस्कृति है,उसे सहेजने और वैदिक भारतीय परंपरा के अनुकूल जीने की जरूरत है।
विवेकानंद केन्द्र शाखा के राज्य और विभाग के अधिकारी श्रवण पाठक, उपेन्द्र मिश्र, शिवम शर्मा, मनोज, अनुज द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से ग्लोरियस पास्ट ऑफ इंडिया एवं प्रजेंट स्ट्रेंथ ऑफ इंडिया पर स्लाइड के माध्यम स्वर्णिम और सशक्त भारत के इतिहास और वर्तमान को दिखाया गया और बताया कि आज भी भारत विश्व मित्र एवं विश्वगुरू के रूप में प्रतिष्ठित है। अंत में बौद्धिक खेल खिलाए गए। कार्यक्रम में रासेयो प्रभारी डॉ. धीरज गुर्जर, गौरव गर्ग, शिवा भदौरिया, शिवप्रताप, कृष्णा, देवकी, कीमती, निकिता, भूपेन्द्र, शिवकुमार, अनुराग, रंजीत, प्रिंस, जितेन्द्र, करण, नरेन्द्र, राहुल सहित अन्य शिविरार्थी मौजूद रहे।