स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं के शेष काम विशेष रणनीति बनाकर पूर्ण कराएं: संघप्रिय

अधिकारियों की बैठक लेकर की स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा

ग्वालियर, 24 फरवरी। स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं के शेष कार्य गुणवत्ता के साथ और जल्द से जल्द पूर्ण करें, जिससे शहरवासियों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके। साथ ही शहर के विकास में नए आयाम जुड सकें। इस आशय के निर्देश नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि परियोजनाओं  के रख-रखाव और संचालन की कार्ययोजना को बेहतर और प्रभावी तरीके से तैयार करे ताकि भविष्य में परियोजनाओं का बेहतर रूप से संचालन हो सके। उन्होंने प्रगतिरत परियोजनाओं को विशेष रणनीति बनाकर कार्यों को पूर्ण कराए जाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक मे स्मार्ट सिटी एवं पीडीएमसी के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
सोमवार को मोती महल स्थित स्मार्ट सिटी के सभाकक्ष में नगर निगम आयुक्त व स्मार्ट सिटी सीईओ प्रभारी संघ प्रिय ने संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर स्मार्ट सिटी द्वारा क्रियान्वित किए गए कार्य व वर्तमान में प्रगतिरत कार्यों, डिपॉजिट वर्क सहित सभी कार्यों की वर्तमान कार्य स्थिति व वित्तीय स्थिति के बारे मे विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सभी प्रगतिरत कार्यों को आपसी समन्वय व जिम्मेदारी से तय समय सीमा में पूर्ण कराएं, वही उन्होंने पीडीएमसी के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वह संबंधित निर्माण कार्यों की जरूरी जानकारी डिजाइन इत्यादि को ठेकेदार को समय सीमा में उपलब्ध कराएं, ताकि कार्यों में किसी भी प्रकार का विलंब ना हो।
बैठक में नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने आइएसबीटी, शिक्षा नगर स्मार्ट स्कूल, थीम पार्क सहित अन्य कार्यों के ऑपरेशन एंड मेनटेनेंस की बेहतर और प्रभावी तरीके से कार्ययोजना जल्द बनाने के लिए भी संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया। उन्होंने स्वर्ण रेखा नदी के किनारे लगाई जा रही फेंसिंग कार्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कार्य को पूर्ण करने के लिए जो कार्य योजना बनाई गई है उसे प्राथमिकता में लेकर इस कार्य को पूर्ण कराए व लगाई जा रही फंडिंग पर उससे संबंधित जानकारी व स्वच्छता का पालन करने के साइन बोर्ड भी लगाए। निगम आयुक्त ने शहर मे सभी प्रगतिरत कार्यों के निर्माण स्थलों पर प्रदूषण इत्यादि को कम करने व स्वच्छता हेतु नियमानुसार जरूरी प्रावधान करने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।