भिण्ड, 21 फरवरी। महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भिण्ड बीएल मरकाम ने बताया कि भोपाल में आगामी 24 और 25 फरवरी को आयोजित होने वाली ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में जिले से 122 उद्योगों के संचालक/ प्रबंधक/ प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस समिट में जिले के विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि अपने उद्योगों की क्षमताओं, संभावनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करेंगे। भिण्ड जिले के भिण्ड औद्योगिक क्षेत्र एवं मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र के एमएसएमई इकाईयों से शामिल होने वाले उद्योगों में ऑयल मिल, फूड प्रोसेसिंग, फ्लोर मिल, फर्नीचर और स्टील उद्योगों के संचालक/ प्रबंधक/ प्रतिनिधि प्रमुख रूप से भाग लेंगे। ये उद्योग जिले की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन के साथ-साथ राज्य के औद्योगिक विकास में भी योगदान दे रहे हैं।
समिट में उद्योग संचालक/ प्रबंधक/ प्रतिनिधि को नए निवेश अवसरों की जानकारी प्राप्त होगी और उन्हें अपने उद्योगों के विस्तार के लिए संभावित निवेशकों से जुडने का अवसर मिलेगा। यह समिट राज्य के औद्योगिक वातावरण को और अधिक सुदृढ करने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगी। प्रदेश को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित मंत्री-परिषद की बैठक में मप्र एमएसएमई विकास नीति-2025 को मंजूरी दी गई है।
मप्र एमएसएमई विकास नीति-2025 के जरिए निवेश पर 40 प्रतिशत तक की सहायता, नए उद्योगों में नवकरणीय ऊर्जा को प्रोत्साहन, अनुसूचित जाति/ जनजाति, महिला उद्यमी इकाई को 48 प्रतिशत की सहायता और पिछडे विकास खण्डों में 1.3 गुना सहायता का प्रावधान किया गया है। निर्यातक इकाई को निवेश पर 52 प्रतिशत तक की सहायता, निर्यात हेतु माल ढुलाई पर अधिकतम 2 करोड रुपए की सहायता के साथ साथ निर्यात हेतु प्रमाण पत्र पर 50 लाख रुपए की सहायता एवं निजी भागीदारी से औद्योगिक क्षेत्र/ क्लस्टर/ बहुमंजिला औद्योगिक परिसर के अधोसंरचना विकास के लिए अधिकतम 40 करोड तक सहायता का भी प्रावधान किया गया है। मध्यम इकाई को कौशल विकास और रोजगार सृजन हेतु भी नीति में प्रावधान है।