– समाधान हेतु विशेष अभियान दो चरणों 15 मार्च तक चलेगा
भिण्ड, 18 फरवरी। राज्य शासन के अधीन सिविल सेवा पदो पर एक जनवरी 2005 या उसके पश्चात नियुक्त होने वाले शासकीय सेवको पर परिभाषित अंशदायी पेंशन योजना (एनपीएस) के अंतर्गत शासकीय सेवक के वेतन से 10 प्रतिशत व शासकीय अंशदान 10 प्रतिशत (अप्रेल 2021 से 14 प्रतिशत) का कटौत्रा प्रान नम्बर में जमा किया जा रहा है। राष्ट्रीय पेंशन योजना के अंतर्गत राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवको के एनपीएस अंतर्गत कटौत्रा की राशि को खाते में जमा किया जाता है। कतिपय कारणों से कुछ कर्मचारियों के अंशदान उनके प्रान में जमा नहीं हुए, जिसके मुख्य कारणों में मेनुअल देयक से वेतन आहरण एवं प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ शासकीय सेवक के चालान की राशि का चालान विवरण के अभाव में रिफण्ड भुगतान नहीं हो पा रहा है जिस कारण उक्त गुमशुदा कटौत्रो की समस्या के समाधान हेतु आईएफएमआईएस पोर्टल पर सुविधा विकसित की गई है।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि गुमशुदा काटौत्रो अंशदान को उनके प्रान खाते में जमा हेतु विशेष अभियान 16 फरवरी से 15 मार्च तक दो चरणो में चलाया जाएगा। जिसमें प्रथम चरण 16 फरवरी से 28 फरवरी तक आपके द्वारा एनपीएस के लंबित प्रकरणों की प्रवृष्टि एवं अंशदान देयक कोषालय को प्रेषित किए जाएंगे एवं चालान के माध्यम से जमा अंशदान के विवरण निर्धारित प्रपत्र में मय चालान प्रति के जिला कोषालय भिण्ड में उपलब्ध कराए जाएंगे। कलेक्टर ने सीभ डीडीओ/ कार्यालय प्रमुख से कहा है कि वे उनके कार्यालय में एनपीएस अभिदाताओं के गुमशुदा कटौत्रो के अंशदान को उनके प्रान खातो में समायोजन कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिले के समस्त आहरण एवं संवितरण अधिकारी एवं कार्यालय प्रमुखों से कहा है कि उक्त गुमशुदा कटौत्रो की समस्या के समाधान आईएफएमआईएस पोर्टल पर सुविधा उपलब्ध कराई गई जिसके अंतर्गत वेतन देयक जिनके शासकीय सेवक का अंशदान काटा गया है, डीडीओ के लॉगिन पर सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिनके विरुद्ध आवश्यक कर्मचारी विवरण डीडीओ द्वारा भरा जाएगा। शासकीय अंशदान एवं शासकीय सेवक अंशदान के लिए क्लेम स्वत: जरनेट होगा जिसके लिए आहरण एवं संवितरण अधिकारी द्वारा उसी प्रकार कोषालय को प्रेषित होगा एवं अंशदान जमा होगा जैसे नियमित देयको में हो रहा है। प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ शासकीय सेवक के अंशदान के चालान जो कोषालय लॉगिन पर उपलब्ध होंगे, का विवरण डीडीओ से प्राप्त होने पर कोषालय अधिकारी द्वारा आईएफएमआईएस में भरा जाएगा एवं रिफंड देयक तैयार कर अंशदान जमा करने की कार्रवाई की जाएगी।