– रावतपुरा परियोजना में बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु कार्यक्रम आयोजित
भिण्ड, 21 अक्टूबर। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार जैन के निर्देशन में 11 अक्टूबर से शासन के निर्देशानुसार लगातार बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान संचालित किया जा रहा है। बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान के तहत सोमवार को बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु गठित दल द्वारा भिण्ड शहर, लहार विकास खण्ड के रावतपुरा परियोजना में सघन भ्रमण कर बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन हेतु व्यापक प्रचार प्रसार किया गया।
दल द्वारा शहर के प्रमुख तीर्थ स्थलों, मन्दिरों के पुजारी से व्यक्तिगत बैठकर उनसे अनुरोध किया गया कि यदि मन्दिर परिसर में कोई बालक बाल भिक्षावृत्ति अथवा बाल श्रम अथवा शोषण की स्थिति में प्राप्त होता है तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल कल्याण समिति, महिला बाल विकास अथवा पुलिस को सूचना देकर बालकों के संरक्षण में अपना सहयोग दे सकते हैं। उक्त दल द्वारा विविध प्रतिष्ठानों, होटल, मिठाई की दुकानों एवं सभी प्रमुख स्थल, चौराहों पर सघन भ्रमण कर प्रचार-प्रसार किया। लोगों को पैंपलेट और पोस्ट वितरण कर उनको समझाइश दी कि यदि कोई भी बच्चा कठिन परिस्थितियों में मिलता है तो तत्काल इसकी सूचना दें।
बाल संरक्षण अधिकारी अजय सक्सेना ने बताया कि अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थाना प्रभारी को भी निर्देश दिए गए हैं कि जहां भी उक्त दल सर्वे अथवा जागरुकता हेतु जाए वहां संबंधित थाने के बाल कल्याण अधिकारी दल को आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। इसी के क्रम में सभी थानों से आवश्यक सहयोग प्राप्त कर उक्त दिशा में जन जागरुक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। प्रमुख प्रतिष्ठानों पर पोस्टर चस्पा कर प्रतिष्ठान के संचालक अथवा कार्य करने वालों को परामर्श के साथ के बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बालक से मिलने पर तत्काल सूचित करें। इसके साथ यह भी जानकारी दी जा रही है कि बालकों के संरक्षण हेतु शासन की प्रमुख योजनाएं संचालित हैं जिससे संबंधित बालकों को लाभान्वित करने की कार्रवाई सतत की जाती है।
सक्सेना ने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम की धारा 76 के तहत यदि कोई बालकों को भिक्षावृत्ति के लिए नियोजित करता है तो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पांच वर्ष तक का कारावास और एक लाख रुपए का जुर्माना से दंडनीय होगा। प्रशासन का उद्देश्य किसी को सजा दिलाना नहीं, सभी तो जन जागरुकता के माध्यम से सामाजिक बुराई को समाप्त करना और बालकों के संरक्षण हेतु सौहार्दपूर्ण वातावरण का निर्माण करना है। अभियान में महिला बाल विकास विभाग से सामाजिक कार्यकर्ता संजय मिश्रा, संरक्षण अधिकारी अनिल कुमार शर्मा, आउटरीच कार्यकर्ता दीपेन्द्र शर्मा, अनिरुद्ध शर्मा एवं परियोजना लहार के परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, संबंधित पुलिस थानों के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी ने सहयोग प्रदान किया।