नवीन दाण्डिक कानून में पुलिस अधिकारियों की विधिक सहायता करें प्रदेश के अभियोजन अधिकारी : सुषमा सिंह

– प्रदेश के अभियोजन अधिकारी दे रहे हैं पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण

भोपाल, 06 जुलाई। महानिदेशक/ संचालक लोक अभियोजन श्रीमती सुषमा सिंह ने प्रदेश के समस्त अभियोजन अधिकारियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया है कि प्रदेश के समस्त अभियोजन अधिकारी जिला मुख्यालयों एवं तहसील स्तर पर नवीन दाण्डिक कानून की बारिकियों के संबंध में पुलिस अधिकारियों को हर संभव विधिक सहायता प्रदान करें।
श्रीमती सिंह ने कहा कि चूंकि नवीन दाण्डिक कानून एक जुलाई से प्रवर्तनशील हुए हैं, ऐसी स्थिति में पुलिस अधिकारियों को नवीन दाण्डिक कानून में समस्याएं आना लाजमी है। ऐसी स्थिति में हमारे समस्त अभियोजन अधिकारी पुलिस अधिकारियों को उक्त कानून के संबंध में प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन देते रहें तथा हर संभव विधिक सहायता प्रदान करते रहें। उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए संचालनालय लोक अभियोजन मप्र द्वारा प्रदेश के समस्त अभियोजन अधिकारियों को एक जुलाई के पूर्व ही प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
संभागीय जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मनोज त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश के अभियोजन अधिकारी प्रशिक्षित होकर पुलिस मुख्यालय, सीएपीटी, जिला पुलिस मुख्यालय एवं तहसील स्तर पर पुलिस अधिकारियों को एवं अन्य जनसमुदाय को भी नवीन दाण्डिक कानून के संबंध में निरंतर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान कर रहे है, साथ ही प्रदेश के अभियोजन अधिकारी एक जुलाई को थानों एवं अन्य संस्थानों में हुए नवीन कानून के संबंध में जन जागरण कार्यक्रम में भाग लिए एवं तथा कानून के संबंध में महत्वनपूर्ण जानकारी प्रदान की।
संचालक लोक अभियोजन श्रीमती सुषमा सिंह ने अभियोजन अधिकारियों के इस कार्य की प्रशंसा की है और उन्हें निरंतर नवीन कानून के संबंध में बेहतर कार्य करने एवं तथा मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु प्रेरित किया। भोपाल में प्रभारी उपसंचालक अभियोजन राजेन्द्र उपाध्याय ने एमपी नगर एवं मिसरोद थाने में हुए कार्यक्रम में भाग लिया। श्रीमती प्रियंका उपाध्याय सीएपीटी में, नीरेन्द्र शर्मा कोलार थाने में, विष्णुकांत समाधिया एवं सुमित मारण थाना छोला मन्दिर में, आकिल खान चूनाभट्टी थाने में एवं 74 बंगले में हुए डिबेट में भाग लिया तथा ऋषिराज द्विवेदी ने जेके हॉस्पिटल के कार्यक्रम में भाग लिया।