भिण्ड, 06 अक्टूबर। अटल चंबल एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस नेे मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एसडीएम, नायब तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग एवं आरआई व पटवारियों की बैठक ली। बैठक में अपर कलेक्टर प्रवीण फुलपगारे, एसडीएम भिण्ड-अटेर उदय सिंह सिकरवार सहित तहसीलदार, नायब तहसीलदार, आरआई एवं पटवारीगण उपस्थित थे।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने एसडीएम सिकरवार को निर्देशित किया कि सबसे पहले 20 टीमें बनाई जाए, 13 टीमों को एक-एक गांव एवं 7 टीमों को दो-दो गांव आवंटित किए जाएं। अटेर क्षेत्र में पटवारी यदि टीम के लिए कम पड़ते हैं, तो भिण्ड क्षेत्र के पटवारियों को शामिल किया जाए। साथ ही गांव के कोटवार को भी रखा जाए व टीम में दो-दो पुलिस के जवान भी शामिल रहे। इसके साथ ही पांच जगह वन विभाग के गार्डों को भी लगाया जाए। बनाई गई टीमो को 10 अक्टूबर की सुबह 20 अलग-अलग गाडिय़ों से जिस टीम को गांव अलॉट किया गया है, उस गांव के लिए रवाना किया जाए। लगाई गई टीम में पटवारियों का दायित्व होगा कि वे मौके पर अटल एक्सप्रेस-वे के लिए चिन्हित सरकारी जमीन का कब्जा दिलाएं। उस वक्त एनएच के अधिकारी भी शामिल रहेंगे, उसी दिन 10 अक्टूबर को ही शाम को पटवारीगण कब्जा देने की रिपोर्ट देंगे। गांव में आरआई एवं नायब तहसीलदार भी टीम के साथ उपस्थित रहेंगे।
कलेक्टर ने कहा कि अटल एक्सप्रेस-वे के लिए निजी जमीन की आवश्यकता है, इसलिए पटवारी गांव में जाकर निजी जमीन जिस खातेदार की है, एक-एक खातेवार प्रकरण बनाएंगे। खातेदार की जमीन से दोगुनी जमीन चिन्हित करेंगे, जो खातेदार को दी जा रही है, दोनों ही जमीन की कीमत आंकेंगे। यह भी देखेंगे कि जो जमीन अटल एक्सप्रेस वे में जा रही है सिचिंत है या असिंचित है जो जमीन खातेदार को बदले में दी जाएगी वो सिंचित है या असिचिंत है, अंकित कर प्रस्ताव बनाएंगे। उन्होंने निर्देशित किया कि पटवारियों के कार्यों की समीक्षा एक सप्ताहवार की जाएगी कि आपने कितने खातो की जमीन का आंकलन किया और कितनी जमीन उनको देने के लिए चिन्हित की और उनकी क्या कीमत आंकी।