तय अवधि में सुनवाई न होने पर रुरई के ग्रामीणों ने फिर दिया धरना

भिण्ड, 03 अक्टूबर। लहार तहसील के अंतर्गत रुरई गांव में एक बार फिर से ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर शासन और प्रशासन से सडक बनाने की मांग कर मतदान का वहिष्कार करने एवं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।
ज्ञात हो बीते शुक्रवार को भी ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर सडक बनाने की मांग की थी। उस दौरान अपनी मांग को लेकर तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन जब इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ तो पुन: अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। रुरई में प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों का सिर्फ एक ही नारा था कि ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’। ज्ञात ही ग्राम पंचायत रुरई और दतिया जिले की सेवढ़ा तहसील की ग्राम पंचायत हेतमपुरा के बीच दो किमी का कच्चा मार्ग है। जिस पर बरसात के दिनों में पूरी तरह से आवागमन बंद हो जाता है। जिसके कारण रुरई, इंटौदा, ररुआ, महेबा, हेतमपुरा आदि गांव के लोगों को लगभग बीस किलोमीटर का चक्कर लगाकर सेवढ़ा, भिण्ड, मेहगांव, दतिया, भाण्डेर, इंदरगढ़ और ग्वालियर जाना पडता है। इसके निर्माण को लेकर विगत शुक्रवार को भी रुरई में सभी गांवों के ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर धरना प्रदर्शन किया था। जिसके बाद भिण्ड कलेक्टर ने तत्काल नायब तहसीलदार सुरेन्द्र राजौरिया को मौके पर ग्रामीणों की बात सुनने के लिए भेजा था। जिनको ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर प्रशासन को समुचित आश्वासन के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अब तक प्रशासन द्वारा कोई समुचित आश्वासन न मिलने के बाद मंगलवार को दोपहर ग्रामीणों ने सडक पर आकर प्रदर्शन कर जमकर नारोबाजी की और कहा कि अब तक हमारी मांग नहीं मानी गई। जिसके कारण ग्रामीण आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार कर रहे हैं एवं ग्रामीणों ने बुधवार चार अक्टूबर से सडक निर्माण के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की भी चेतावनी दी है। रुरई में प्रदर्शन के दौरान राजेन्द्र सिंह, राममिलन कुशवाह, धर्मेन्द्र सिंह, लोकेन्द्र सिंह, करन सिंह बघेल, दयाशंकर बघेल, गयादीन बघेल, लालू सरपंच, रमेश जाटव सरपंच रूरई, राजेन्द्र सिंह सरपंच महेवा, रणवीर सिंह पूर्व सरपंच, मंगल सिंह, जितेन्द्र सिंह चौहान, उमाशंकर सिंह, मन्नू कुशवाहा, हमीर सिंह, भूरे कुशवाह, करू चौहान, सुरेन्द्र सिंह सिकरवार, रविन्द्र दीक्षित, एवरन सिंह, शैलेन्द्र चौहान, रामप्रकाश राठौर, हरकिशन कुशवाह, रमेश तिवारी, भगवानदास जाटव, कल्लू माहोर, कल्लू कुशवाह सहित रुरई, हेतमपुरा और महेवा गांवों के लगभग दो सैकडा से ज्यादा ग्रामीण मौजूद रहे।

इनका कहना है-

सडक के लिए प्रस्ताव बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है। मिलते ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
आरिफ खान, सीईओ, जनपद पंचायत लहार