मणिपुर की महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के विरोध में वाम जनसंगठनों ने गोहद में बनाई मानव श्रृंखला

भिण्ड, 27 जुलाई। विगत तीन माह से मणिपुर राज्य में जारी नस्ली हिंसा के खिलाफ देश में लोग सडक पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। मणिपुर की हिंसा में हजारों जन जातिय समुदाय बे-घर होकर पलायन करने के लिए मजबूर हैं। मणिपुर में एन वीरेन सिंह की सरकार है, इस भाजपा शासित राज्य में गत चार मई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया, जो हमारे देश की न सिर्फ शर्मनाक घटना है, बल्कि इससे भारत की छवि पर बुरा असर पडा है।
इस बर्बरता पूर्ण घटना के विरोध में गत मंगलवार को गोहद के गोलंबर चौराहे पर मप्र किसान सभा, जनवादी महिला समिति, सीटू, नौजवान सभा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी बडी संख्या में शाम चार बजे एकत्रित हुए। इस दौरान महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर मणिपुर में जारी हिंसा रोकने की मांग की तथा केन्द्र सरकार एवं मणिपुर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर आगामी दिनों में आंदोलन तेज किए जाने की चेतावनी उपस्थित वामपंथी जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई। कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी अपने-अपने हाथ में नारे लिखी हुई तख्तियां एवं झण्डे-बैनर लिए हुए थे।
इस अवसर पर मानव श्रृंखला में उपस्थित कार्यकर्ताओं को गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रेमनारायण माहौर, मप्र किसान सभा जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह कुशवाहा, नौजवान सभा के प्रदेश महासचिव भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, महिला समिति की प्रांतीय सचिव शोभा माहौर तथा मुस्लिम अधिकार मंच के रसीद खान ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने मणिपुर में महिला हिंसा को रोकने में बीजेपी सरकार को विफल बताया और चेताया। इसी प्रकार महिलाओं के साथ बर्बरता होती रही तो वामदल खामोश नहीं रहेंगे। इस मौके पर माकपा जिला सचिव ओमप्रकाश बाथम, मुन्नालाल कुशवाहा, पूर्व नपा अध्यक्ष गोहद गुड्डीबाई माहौर, मंजू माहौर, सरोज माहौर, राहुल माहौर, रमकाबाई कुशवाह, रामहेत कुशवाहा, धर्मेन्द्र राठौर, रेवाराम माहौर, सूरज जाटव, भगवती जाटव, मुन्नीबाई माहौर सहित तमाम महिलाएं उपस्थित रहीं।