शिकायत के बाद शुरू हुई जांच
भिण्ड, 13 जून। मप्र परिवहन विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले 34 कर्मचारियों पर सीबीआई का शिकंजा कस चुका है। इन कर्मचारियों को फर्जी दस्तावेज से नौकरी करने के आरोप के बाद निलंबित कर दिया गया था। इन कर्मचारियों में चार कर्मचारी ऐसे हैं, जो भिण्ड जिले में पदस्थ चेक पोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता के साथ लंबित होने के बाद भी काम करते पाए गए। इन चारों कर्मचारियों द्वारा दोनों चेक पोस्ट पर अवैध वसूली का काम किए जाने का भी आरोप लगा है। शिकायत सामने आने के बाद इस संबंध में अब भोपाल में एक जांच टीम गठित की गई है, पता चला है कि वह टीम इन निलंबित आरक्षकों के साथ मामले में चेक पोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता के खिलाफ भी साक्ष्य इकट्ठा करने भिण्ड पहुंच गई है।
भिण्ड जिले में आरटीओ चेकपोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली का मामला नया नहीं है, लेकिन इस बार यह वसूली पिछले कई दिनों से ऐसे कर्मचारी करते रहे, जिन्हें कुछ महीने पहले परिवहन विभाग द्वारा निलंबित कर ग्वालियर अटैच किया गया था। जानकारी के मुताबिक आरटीओ आरक्षक बालाजी गुर्जर, मुकेश मौर्य, मानवेन्द्र जादौन और भूपेन्द्र तोमर यह चारों निलंबित आरक्षक भिण्ड के आरटीओ चेकपोस्ट प्रभारी विमित गुप्ता के साथ काम कर रहे हैं और अवैध वसूली करने में जुटे हुए हैं।