पुलिस आरक्षकों ने दबंग के इशारे पर किसान को बेरहमी से पीटा, पत्नी से की धक्का-मुक्की

थाने ले जाकर पत्नी के सामने नंगा कर बरसाई लाठियां

भिण्ड, 08 सितम्बर। देशभक्ति जनसेवा के नाम पर काम करने वाली जिले की पुलिस अब बर्बर होती जा रही है। लहार अनुभाग के रावतपुरा पुलिस थाने में पदस्थ तीन आरक्षकों ने चीरावली गांव के एक दबंग के इशारे पर गांव के ही मजदूर को उसकी पत्नी के सामने नंगा करके लाठियां बरसाईं और उसकी पत्नी से भी धक्कामुक्की कर डाली। इस मामले को लेकर लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए आरक्षकों पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक रावतपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम चीरावली निवासी किसान ज्ञानसिंह बघेल मंगलवार को सुबह करीब 8.30 बजे अपने खेत पर काम कर रहा था। वहीं उसकी पत्नी भैंस चरा रही थी। इसी दरम्यान गांव के ही रसूखदार व्यक्ति रामजीलाल दुबे के साथ रावतपुरा पुलिस थाने में पदस्थ तीन आरक्षक आलोक राठौर, आरक्षक महेन्द्र सिंह एवं आरक्षक गौरव सिंह वहां पहुंचे और किसान ज्ञानसिंह बघेल को पकड़कर मारपीट शुरू कर दी। जब उसकी पत्नी ने विरोध जताया तो इन लोगों ने उसके साथ भी धक्कामुक्की कर डाली। जब इससे मन नहीं भरा तो पुलिस के आरक्षक ज्ञानसिंह और उसकी पत्नी को थाने लेकर पहुंचे, जहां एक बार फिर से पुलिस आरक्षकों ने बर्बरता दिखाते हुए ज्ञानसिंह को उसकी पत्नी के सामने ही नंगा करके उस पर बेरहमी से लाठियां बरसाईं। पुलिस का यह क्रम शाम करीब तीन बजे तक चलता रहा। बर्बरतापूर्वक मारपीट के चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना से लहार क्षेत्र के बघेल समाज में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त है। बताया गया है कि पीडि़त पक्ष से जबरन राजीनाम पर भी हस्ताक्षर करा लिए गए हैं।
पीडि़त परिवार बुधवार की सुबह पूर्व मंत्री एवं लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह के पास पहुंचा और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए विधायक डॉ. गोविन्द सिंह ने कड़े शब्दों में पुलिस को लताड़ लगाते हुए कहा कि यदि पुलिस अधीक्षक इन आरक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं तो कांगे्रस कार्यकर्ता रावतपुरा पुलिस थाने का घेराव करेंगे और यह मामला प्रदेश सरकार तक पहुंचाया जाएगा।

मामले में एक आरक्षक निलंबित

रावतपुरा पुलिस थाने के आरक्षकों द्वारा ग्राम चीरावली निवासी किसान ज्ञानसिंह बघेल की मारपीट के मामले में पुलिस अधीक्षक ने एक आरक्षक को निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक तौर पर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने आलोक राठौर को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच एसडीओपी लहार को सौंप दी गई है। इसके साथ ही दोनों पक्षों के बीच शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है।

इनका कहना है-

रेत माफियाओं के इशारे पर काम करने वाले पुलिस कर्मियों द्वारा किसान के साथ बेरहमी से की गई मारपीट का कृत्य निंदनीय है। एसपी इस मामले के आरोपी पुलिस आरक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, अन्यथा कांगे्रस कार्यकर्ता रावतपुरा पुलिस थाने का घेराव करेंगे।
डॉ. गोविन्द सिंह, पूर्वमंत्री एवं विधायक लहार