भिण्ड, 12 जून। विद्यालयीन शिक्षक संघ ने प्रदेश में कार्यरत सहायक शिक्षक एवं शिक्षक 30 से 35 वर्ष का सेवा कार्य करते हुए पदोन्नति से वंचित हैं, बिना पदोन्नति कुछ सेवानिवृत्त हो चुके हैं, पात्र सहायक शिक्षकों एवं शिक्षकों को पदोन्नति न मिलने से असंतोष व्याप्त है।
संघ के प्रांतीय मंत्री हेमंत कुमार शुक्ला एवं संभागीय संयोजक पुरुषोत्तम श्रीवास ने प्रेस बयान में बताया कि जब अध्यापक संवर्ग के शिक्षकों को यह पदोन्नतियां समय सीमा में दी जाती रही है। पदोन्नति सूची जारी करने में शासन का कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा, क्योंकि ऐसे सहायक शिक्षक एवं शिक्षक पूर्व से ही वरिष्ठ वेतनमान एवं द्वितीय क्रमोन्नति का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। परंतु पदोन्नति ना होने से उनकी योग्यता का समुचित योग नहीं हो पा रहा है, प्राथमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक से स्नातक शिक्षक को उच्च श्रेणी शिक्षक माध्यमिक प्रधानाध्यापक एवं स्नातकोत्तर सहायक शिक्षकों को हाईस्कूल प्राचार्य एवं व्याख्याता पद पर पदोन्नत किया जाएगा। दूसरी ओर मध्य प्रदेश सरकार पुलिस से लेकर अन्य विभागों में पदोन्नति करती आ रही है। शिक्षकों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। संघ ने पदोन्नति किए जाने की मांग की है। मांग करने वालों में नंदकिशोर गोस्वामी, उदय सिंह कुशवाह, नरेन्द्र दांतरे, श्रीमती वर्षा बोहरे, असरीता जोसेफ ग्वालियर, विष्णु नागर दतिया, सुरेश चंद्र कुशवाहा विजयपुर, नरेन्द्र चौहान मुरैना, अखिलेश शर्मा, कमलेश शर्मा, नरेन्द्र यादव, महेश गोस्वामी, सत्यराम सिंह कुशवाह, आईएएस सैयद, हरनारायण हिंडोलिया, गंभीर सिंह कौरव भिण्ड, सूरजभान सिंह गुर्जर, अलाउद्दीन खान, योगेन्द्र सिकरवार, लक्ष्मण श्रीवास्तव स्योंड़ा आदि प्रमुख हैं।