सीएमएचओ नहीं करते अस्पताल का निरीक्षण
भिण्ड, 20 जनवरी। शासन के नियमानुसार कोई भी डॉक्टर सरकारी अस्पताल में ना तो प्राइवेट दवाएं लिख सकता है और ना ही बेच सकता है। लेकिन भिण्ड जिला अस्पताल में नियमों को ताक पर रखकर एक डॉक्टर कार में मेडिकल स्टोर चलवा रहे हैं। लेकिन ऐसे नियमों को ताक पर रखने वालों के खिलाफ जिम्मेदार भी कार्रवाई नहीं करते है।
यहां बता दें कि फूफ अस्पताल के बाद अब जिला अस्पताल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां सरकारी जिला अस्पताल के अंदर ही कार में एक मेडिकल स्टोर चलता पाया गया है। ये स्टोर कोई और नहीं अस्पताल के ही डॉ. यादव चलवा रहे हैं। वह अपनी ड्यूटी के बाद जिला अस्पताल में बने अपने क्वॉर्टर पर प्राइवेट मरीजों को देखते हैं, उसके बाद क्वार्टर के बाहर खड़ी हरे रंग की कार क्र. एम.पी.30 डब्ल्यू.0011 में मेडिकल स्टोर से दवा लेने के लिए बोलते हैं।
नियमों की उड़ाई जा रही धज्जियां
शासन के नियमानुसार कोई भी डॉक्टर सरकारी अस्पताल में ना तो प्राइवेट दवाएं लिख सकता है और ना ही बेच सकता है। लेकिन जिला अस्पताल में नियमों को ताक पर रखकर डॉ. यादव कार में मेडिकल स्टोर चलवा रहे है। वहीं बतां दें कि डॉ. यादव द्वारा सरकारी अस्पताल में आए मरीजों को अपने निजी क्लनिक पर बुलाया जाता है और फीस जमा करवाने के बाद मरीज को देखते है। जिसके बाद कार में संचालित हो रहे मेडिकल से दवा लेने के लिए बोलते हैं।
हमें इसकी जानकारी नहीं है-
जिला अस्पताल के अंदर गाड़ी में मेडिकल चलाना यह नियम के विरुद्ध है। हमें इसकी जानकारी नहीं है, हम दिखवाते है।
डॉ. यूपीएस कुशवाह, सीएमएचओ, भिण्ड