भिण्ड, 03 अक्टूबर। मप्र लेखक संघ भिण्ड द्वारा काव्य उजास उत्सव-2022 का सारस्वत अनुष्ठान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर राजेन्द्र कॉन्वेंट स्कूल लश्कर रोड भिण्ड के सभागार में किया गया। कवि सम्मेलन के अतिथि डॉ. हरविलास शर्मा, विजय सिंह भदौरिया, युवानेता विष्णुप्रताप सिंह विष्णु, शिक्षक मो. शकील तथा अध्यक्षता डॉ. विनोद सक्सेना ने की। संचालन संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. सुनील त्रिपाठी निराला ने किया।
इस अभा कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संदीप मिश्रा ने स्व. गोपाल मिश्रा पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भिण्ड, डॉ. शैलेन्द्र परिहार ने स्व. शेरसिंह परिहार, आशुतोष शर्मा ने स्व. भुवनेश शर्मा गल्ला मण्डी, रामबरन शर्मा ने स्व. चौधरी कृपाराम शर्मा मुसावली, हेमंत जोशी ने स्व. पं. नवाबप्रसाद जोशी, धीरज सिंह गुर्जर ने स्व. भारत सिंह चंदेल दंदरौआ, सनत शर्मा राजेश शर्मा ने स्व. श्रीमती गिरिजादेवी पं. स्व. रामशरण शास्त्री, मुकेश त्रिपाठी ने स्व. श्रीमती अहिल्या त्रिपाठी तथा नरेन्द्र गुप्ता ने नाथूराम गुप्ता वियोगी स्मृति सम्मान- 2022 से कवियों, पत्रकारों तथा समाजसेवियों को सम्मानित किया। कवि सम्मेलन में कानपुर से डॉ. अंजना कुमार, एटा से राजकुमार भरत, ग्वालियर से हेमंत शर्मा किटौरा, अलीगढ़ से एडवोकेट वेदप्रकाश मणि, लहार से जितेन्द्र त्रिपाठी अमित, आगरा से डॉ. ओमप्रकाश दीक्षित सूर्य द्वारा काव्य पाठ किया गया है।
अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. विनोद सक्सेना ने अपने उद्बोधन में कहा कि साहित्यकार अहिंसा मूलक सृजन के पैरोकार होते हैं। महात्मा गांधी का अहिंसा का संदेश आज भी प्रासंगिक है। हम सभी साहित्यकारों का यह कर्तव्य बनता है कि ‘पर पीड़ा सम नहिं अधिमाई’ इस सिद्धांत का प्रतिपालन प्राणप्रण से करते रहें।