मप्र में पोषण आहार परिवहन घोटाले में शामिल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इस्तीफा दें : डॉ. शर्मा

शहर जिला कांग्रेस ने घोटाले के विरोध में गोल मार्केट पर दिया धरना

भिण्ड, 09 सितम्बर। मप्र में भारतीय जनता पार्टी सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में पोषण आहार परिवहन में दो हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। जिसके विरोध में शहर जिला कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास गोल मार्केट पर धरना प्रदर्शन किया।
धरने को संबोधित करते हुए शहर जिला अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम शर्मा ने कहा कि महालेखाकार ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा है कि लाभार्थियों कि पहचान राशन के उत्पादन परिवहन वितरण व्यवस्था में बड़े पैमाने पर घोटाला और अनियमितताएं हुई हैं, इसलिए मप्र सरकार को एक स्वतंत्र एजेंसी से पूरे घोटाले की जांच करानी चाहिए, करोड़ों का कई किलो वजनी पोषण आहार का परिवहन मोटर साइकिल और ऑटो रिक्शा द्वारा करना दिखाया गया है, वहीं यह भी पता चला है कि लाखों ऐसे बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं उनके नाम पर भी करोड़ों रुपए का राशन बांट दिया गया। स्कूल शिक्षा विभाग में शाला त्यागी बालिकाओं की संख्या नौ हजार बताई है। जबकि महिला बाल विकास विभाग ने 36 हजार शाला त्यागी बालिकाओं तक पोषण और पहुंचाया है। इसमें स्पष्ट तौर पर घोटाला दिखाई देता है। 237 करोड़ का ऐसा राशन सप्लाई किया गया जो पोषक नहीं था, इसका मतलब है कि लाखों लोग घटिया राशन सप्लाई कर दिया गया। वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने अपने गृह जिले भिण्ड का मौका मुआयना किया तो पता चला कि किसी को टेक होम राशन नहीं मिला है, यह घोटाला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और मामले की तुरंत जांच होनी चाहिए। क्योंकि अगर वह अपने पद पर बने रहे तो किसी भी एजेंसी के लिए स्वतंत्र जांच करना आसान नहीं होगा।


धरना प्रदर्शन में नगर कांग्रेस के अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी ने कहा कि मप्र के महालेखाकार की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के लिए टेक होम राशन योजना के लगभग 64 लाभार्थियों की जांच पर आधारित थे, इस योजना के तहत 49.58 लाख पंजीकृत बच्चों और महिलाओं को पोषण आहार दिया जाना था। इनमें छह महीने से तीन साल की उम्र के 34.69 लाख बच्चे 14.25 लाख महिलाएं और स्तनपान कराने वाली मां और 11 से 14 साल की लगभग 64 हजार बच्चियां शामिल थीं, जिन्होंने किसी कार्य को छोड़ दिया है। दो हजार करोड़ का घोटाला करने वाले मप्र के मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
इस अवसर पर रामहर्ष सिंह कुशवाह, रेखा भदौरिया, रामप्रकाश शर्मा दाढ़ी, अरविंद अरेले, पानसिंह बाबूजी, रामजीलाल शाक्य, प्रमोद दीक्षित पीसी, अशोक गुप्ता, अजय शर्मा, दीपचंद तिवारी, देवेन्द्र सिंह, गोपाल सिंह राजावत, कमलेश जाटव, आनंद शाक्य, बलराम जाटव, विनोद जाटव, दीपू दुबे, संजय सिंह यादव, बृजेश कुमार, नीरज त्रिपाठी, अमित शिवहरे, दीपक भदौरिया, रामप्रकाश जाटव, अजय परिहार, मोहम्मद इरफान गम्मु, प्रदीप सिंह भदौरिया, नीलम भदौरिया, गीता जोशी, जानकी परिहार, पिंटू शर्मा आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।