भिण्ड, 09 सितम्बर। शासकीय महाविद्यालय मौ में शुक्रवार को आजादी (स्वतंत्रता) के महोत्सव के अवसर पर ‘स्वाधीन भारत के नागरिकों का कर्तव्य बोध’ विषय पर व्याख्यान हुआ।
व्याख्यान को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संजय सिंह यादव (कार्यपरिषद सदस्य जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर) ने कहा कि हमें स्वतंत्रता सेनानियों और अपने बलिदानियों को समय-समय पर स्मरण करते रहना चाहिए। आज हम जो भी हैं उनके कारण हैं ।आज हमें यह मूल्यांकन करना होगा कि जिन मूल्यों के लिए स्वतंत्रता का संघर्ष हुआ क्या उन्हें हम संरक्षित कर पा रहे हैं। हम संविधान के नियमों का पालन और संविधान निर्माताओं के आदर्शों और मूल्यों पर तभी चल पाएंगे जब हम भारत भूमि के बलिदानों का योगदान स्मरण करते रहेंगे। यह परंपरा हमें जीवित रखनी होगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो. हरिशंकर सिंह कंसाना ने कहा कि भारत के सांस्कृतिक और संवैधानिक मूल्यों का रक्षण तभी हो सकता है, जब देश का प्रत्येक नागरिक अपने स्वयं के कर्तव्यों का ध्यान रखें कर्तव्य बोध संस्कार निर्माण से आता है। इसलिए इसके लिए माता-पिता गुरुजनों शिक्षकों सभी को सम्मिलित रूप से प्रयास करना होगा। व्याख्यान में बड़ी संख्या में महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित हुए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता संजय यादव ने सक्रिय और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान भी किया। यह आयोजन प्राचार्य डॉ. रविकांत द्विवेदी के संरक्षण में हुआ। संचालन आयोजन समिति के सदस्य डॉ. अमित दुबे ने किया। कार्यक्रम में डॉ. पीयूष शर्मा, डॉ. जितेन्द्र पचोरिया, डॉ. विकास कुमार, अरविंद यादव, सत्यदीप यादव सहित समस्त स्टाफ मौजूद था।