सड़क पर अंतिम संस्कार के मामले में कलेक्टर व सीईओ को नोटिस

मानवाधिकार आयोग ने तीन हफ्ते में मांगा जवाब

भिण्ड, 03 अगस्त। जिले के मेहगांव जनपद के ग्राम अजनौल में मुक्तिधाम न होने के कारण विगत 24 जुलाई को ग्रामीणों द्वारा सड़क पर ही बुजुर्ग के अंतिम संस्कार का मामला प्रकाश में आया था। इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
मेहगांव जनपद के अजनौल गांव में लोग मुक्तिधाम ना होने से परेशान हैं। यहां पर लोग नदी किनारे या अपने खेतों में मृतकों का अंतिम संस्कार करते हैं। विगत 24 जुलाई को एक परिवार में गमी हो गई थी, लेकिन बारिश होने के चलते खेतों में पानी भरा हुआ था। ऐसे में वहां अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता था। गुस्साए और परेशान ग्रामीणों ने अजनौल के आम रास्ते पर ही अंतिम संस्कार कर दिया। यह मामला प्राथमिकता से समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया था। यह मामला जब मानव अधिकार आयोग के संज्ञान में आया तो कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को नोटिस जारी कर दिया गया।
मानवाधिकार आयोग की ओर से गत दिवस भिण्ड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस और जिला पंचायत सीईओ जेके जैन को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में पूछा गया है कि उस गांव में अब तक मुक्तिधाम क्यों नहीं बना। इस नोटिस का जवाब देने के लिए कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को तीन हफ्ते का समय दिया गया है।