मित्रता हो तो सुदामा और कृष्ण जैसी : बाल विदूषी अनमोल श्री

भिण्ड, 30 मई। ग्राम आरोली सुकाण्ड धार्मिक स्थल बीजासन माता मन्दिर पर चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के समापन दिवस पर मां बिजासन के पावन धाम में भागवताचार्य बाल विदूषी अनमोलश्री ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि भागवत भगवान की कथा श्रवण करता है और जो कराता है, उनके पितरों का मोक्ष दायिनी है और जो श्रृद्धालु मनसा वाचा कर्मणा से सात दिन की कथा को बड़े ध्यान पूर्वक श्रवण करते हैं, उनके जन्म-जन्मांतर के पाप क्षीण हो जाते हैं।
भागवताचार्य बाल विदूषी अनमोलश्री सुदामा चरित्र का वर्णन किया, जिसमें एक गरीब अमीर का मित्रवत व्यवहार कैसा होना चाहिए की प्रेरणा हमें भगवान श्रीकृष्ण के और सुदामा की मित्रता से मिलती है आज कलयुग में मित्र मित्र को धोखा दे रहा है, ऐसी स्थिति में सुदामा भगवान श्रीकृष्ण की मित्रता अनुकरणीय है। भक्त के बस में भगवान किस प्रकार हो जाते हैं कि भगवान ने सुदामा को देखते हुए दीन हीन अवस्था में आंसुओं के जल से ही उनके पदों को धो दिया, ऐसा प्रेम था भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी के बीच और मित्र ने जान भी नहीं पाया, उन्हें सब प्रकार का सुख यश वैभव दे दिया, देना हो तो दे चुके विप्र न जानी गात, चलती बेर गुपाल जू कछू न दीन्हों हाथ सुदामा जी को सब तरह से परिपूर्ण किया सुदामा की लौट के जब अपने गृहनगर ही आते हैं तो भूल जाते हैं कि मेरी तो टूटी फूटी या फिर यह महल अटारी कहां से पैदा हो गए, तो सुशीला सामने दिख जाती हैं, सुदामी जी खुश हो जाते हैं, ऐसी थी ऐसी मित्रता होना चाहिए। इसका विशद वर्णन अनमोलश्री जी ने अपने समापन भागवत सप्ताह में किया और भागवत का सार बताया।
श्रीमद् भागवत कथा में ग्राम आरोली, सुकांड, शिकारा, किशनपुरा, खैरो गढ़ी, हज्जुपुरा, वहेरो आदि गांव के श्रृद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। माता-बहनों ने कथा श्रवण कर अपने जीवन को धन्य किया। क्षेत्रीय जनता में अपार खुशी का माहौल सात दिन बना रहा। धार्मिक अनुष्ठान का समापन विशाल भागवत भण्डारे से हुआ। भागवत कथा में आज भी हजारों श्रृद्धालुओं ने भाग लिया।

विधायक के ग्राम सिलोहा में श्रीमद् भागवत कथा आज से

गोहद। विधायक मेवाराम जाटव-श्रीमती मालती देवी, युवराज कान्हा द्वारा 31 मई से अपने ग्रह गांव सिलोहा में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। भगवत कथा का वाचन कोशल किशोर शास्त्री जी के मुखार बिंदु से किया जाए। कथा प्रतिदिन दोपहर एक बजे से आरंभ होगी। 31 मई को विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी। परीक्षत विधायक मेवाराम जाटव एवं श्रीमती मालती जाटव ने सभी धर्मप्रेमी जनता से कथा श्रवण की अपील की है।