वामन भगवान ने राजा बलि से दान में तीन पग भूमि लेकर नापे तीनों लोक

ग्राम मेघपुरा में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 23 मई। मेहगांव क्षेत्र के ग्राम मेघपुरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार को कथा वाचक संत श्री अनिल पाठक व्रन्दावन धाम ने राजा बलि और भक्त प्रहलाद की कथा का वर्णन किया।


संत श्री अनिल पाठक ने कहा कि राजा बलि प्रतिदिन दान देने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं, उनके दरवाजे से कभी कोई याचक खाली हाथ नहीं जाता, राजा बलि के दान देने की ख्याति तीनों लोकों में गुंजायमान होने लगी। एक दिन वामन भगवान राजा बलि के पास पहुंचे और राजा बलि भगवान की मनोहारी छवि को एक टक देखते हुए बोले आपको देखकर मन प्रफुल्लित है, आपको अपनी बेटी के साथ शादी करने का मन हैं, भगवान वामन के मना करने पर बलि ने कहा कि आप मांग लो जो मांगोगे वहीं मिलेगा। भगवान वामन ने राजा बलि से तीन पग भूमि दान देने को कहा, राजा बलि के गुरू शुक्राचार्य ने राजा बलि को समझाया कि ये साधारण वामन नहीं, स्वयं भगवान नारायण वामन स्वरूप में सामने खड़े हैं। वामन भगवान ने ढाई पग में ही संसार के तीनों लोकों को नाप लिया। तीसरे पग के लिए दानी राजा बलि ने स्वयं अपने आपको समर्पित कर दिया। वामन भगवान ने अपना पैर राजा बलि के सिर पर रखकर राजा बलि को महादानी का आशीर्वाद देकर पाताल लोक को भेज दिया। श्रीमद् भागवत कथा में परीक्षत श्रीमती रामादेवी सुरेन्द्र शर्मा हैं। आज कथा श्रवण करने पहुंचे भाजपा नेता एवं समाजसेवी अशोक भारद्वाज ने श्रीमद् भागवत व्यास गद्दी की आरती की। इस अवसर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रोता कथा सुनकर भावविभोर हो गए।