आदिगुरू शंकराचार्य के जन्मोत्सव पर व्याख्यान माला आयोजित

भिण्ड, 07 मई। आदि शंकराचार्य एकात्म के जीवन दर्शन के प्रणेता आदि शंकर की जंयती के उपलक्ष्य में जन अभियान परिषद रौन के तत्वावधान में जनपद पंचायत सभागार में एकात्म पर्व के माध्यम से व्याख्यान माला आयोजित की गई। मुख्य अतिथि जिला समन्वयक मप्र जन अभियान परिषद शिवप्रताप सिंह भदौरिया एवं मुख्य वक्ता आदित्यपुरी जी महाराज, ब्लॉक समन्वयक मप्र जन अभियान परिषद जयप्रकाश शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मेंटर्स प्रेमनारायण बरुआ एवं आभार प्रदर्शन मेंटर्स अनिल बोहरे ने किया। अतिथियों द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ आदि शंकराचार्य के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। एकात्म पर्व को संबोधित करते हुए परिषद के जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने कहा कि आदि शंकराचार्य सनातन संस्कृति द्वारा जीवन दर्शन पर आधारित समाज के लिए आईना प्रदर्शित किया। अत: हम सभी आत्म चिंतन कर मन की बात को ग्रहण करते हुए देश एवं समाज के विकास के लिए कार्य करें।
अदित्यपुरी महाराज ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने सनातन संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश के चारों दिशाओं में मठों की स्थापना कर सर्वब्रह्म को आत्मसात कर इन्द्रियजीत बनने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य ने ब्रह्म सूत्र के लेखन के साथ-साथ आचार्य ने ब्रह्म सूत्र शिक्षा अपने शिष्यों को देना प्रारंभ किया। शैलेश नारायण सिंह ने कहा कि आदि शंकराचार्य ने 40 वर्ष की अल्प आयु में ईश्वरलीन होने के पूर्व पूरे विश्व को सनातन संस्कृति का जो स्वरूप दिखाया है वो अद्वितीय एवं अकल्पनीय है।
ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा ने कहा कि आज हम इस पर्व के माध्यम से हमें सीख मिली है उसे हम सभी अपने जीवन में आत्मसात करेंगे और समाज के लिए किए जा रहे कार्य को बेहतर रूप से करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर शिवेन्द्र सिंह शिवेन्द्र, बीपी त्यागी, नरेश प्रसाद त्यागी, श्रीमती निशा राजावत, रामवीर राजावत सहित समाजसेवी एवं प्रस्फुटन समिति के सदस्यगण, बीएसडब्ल्यू के छात्र, स्वैच्छिक संगठन के सदस्यगण सहित एक सैकड़ा से अधिक लोग उपस्थित थे।