भिण्ड, 07 मई। सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने भिण्ड जिले में छात्र-छात्राए 10वीं और 12वीं करने के बाद वे कौन-सा कैरियर चुनें या फिर किस कोर्स में प्रवेश लें, इस संबंध में विशेष प्रयास किए जाने की मंशा अनुसार भिण्ड जिले में शासकीय एवं अशासकीय स्कूल एवं कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के कैरियर को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन एवं सहयोगीजनों द्वारा कैरियर काउंसलिंग का आयोजन कलेक्टर कार्यालय भिण्ड के सभागार किया गया। जिसमें लाड़ली लक्ष्मी उत्सव अंतर्गत भिण्ड जिले की लाड़ली जो भिण्ड जिले में पढ़कर सरकारी, प्राईवेट सेक्टर में जिले या जिले से बाहर या विदेश में जॉब कर रही हैं या पढ़ रहीं हैं को शामिल किया गया। इस अवसर पर कैरियर काउंसलिंग में एलुमनी कु. शिवांगी भदौरिया, तनिष्का पाण्डेय वर्चुअल माध्यम से एवं सभागार से कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर, एलुमनी डीएसपी आकांक्षा जैन, श्रीमती मनीषा मिश्रा परियोजना, प्राचार्य स्नेहलता भदौरिया सहित अन्य अधिकारी एवं लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ प्राप्त कर रहीं लड़लियां उपस्थित रहीं।
कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि लाड़ली बेटियां सफलता और असफलता के बारे में सोचकर तनाव में न आएं और ना ही वे हतोत्साहित हों। पढ़ाई के प्रति उनका पूरी तरह उत्साहवर्धन किया जाएगा। समय-समय पर बच्चों की काउंसिलिंग कर अध्ययन की उचित सलाह दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आप सभी मेहनत से पढ़ाई करें, सफलता और असफलता की चिंता न करें, बल्कि आत्मविश्वास एवं एकाग्रता के साथ पढ़ाई पर ध्यान दें।
एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि इंसान वैसा ही बनता जाता है जैसी वह सोच रखता है। यह कथन छोटे या बड़े हर व्यक्ति पर लागू होता है। आप जिंदगी में सफल तभी हो सकते हैं जब आप सफलता हासिल करने के प्रति अपनी सोच को सकारात्मक रखेंगे। डीएसपी आकांक्षा जैन ने कहा कि आप सभी लाडली बेटियां अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। इस समय के दौरान उन्हें केवल किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उनका मार्गदर्शन कर सके, उनके सपनों को समझ सकें और उन पर विश्वास कर सकें। उन्होंने कहा कि आप जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल तभी हो सकते हैं जब आप अपनी काबिलियत का सौ प्रतिशत इस्तेमाल करें। अगर आप थोड़ी सी परेशानियों से घिरने पर खुद की क्षमताओं पर ही संदेह करने लगेंगे तो सफल होना मुश्किल है।