मन्दिर में भगवान को नहीं, अपने आपको निहारो और चिंतन करो : विहसंत सागर

दो साल के बाद 14 अप्रैल को देव शास्त्र व गुरु की शोभायात्रा निकलेगी आज
विशाल शोभायात्रा में डांडिया, झांकिया व रथ में भगवान सवार होकर निकलेंगे

ग्वालियर, 13 अप्रैल। अपने जीवन को सुखमय और शांतिमय बनाने के लिए उस द्वार को बंद करो जहां से दु:ख आ रहा है। गलत दृष्टिकोण होने के कारण गलत दरवाजा बंद नहीं हो पाता। अपने भीतर चिंतन करे तो व्यक्ति तर जाएगा। यह विचार मुनि श्री विहसंत सागर महाराज ने बुधवार को नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मशाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
मुनि श्री विहसंत सागर महाराज ने कहा कि आज के मानव के लिए ये पंक्तियां उपयुक्त हैं कि जिंदगी भर भूल मैं ये करता रहा, दाग चेहरे पर था और साफ आइना करता रहा। दर्पण को देखना और दर्पण में देखना, इसमें अंतर करना जानो। उन्होंने कहा कि पाप के माध्यम से अशुभ कर्मों का आगमन होता है। जब किसी की आंख में दूसरे के दुख देखकर आंसू आने लगे तो समझना उसके द्वारा धर्म हो रहा है। किसी भी स्थिति में रहकर धर्म ध्यान किया जा सकता है। चाहे घर हो, दुकान हो, ऑफिस हो, सफर हो, आप कहीं भी धर्म कर सकते हो। ऐसा करने पर एक नए प्रकार के जीवन का संचार हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि यदि हमने गुरु का नाम स्पष्ट नहीं किया तो धर्म पथ पर कदम नहीं रख सकते। दो नाव की सवारी करेंगे तो बेड़ा पार नहीं होगा। जिस प्रकार गाय दिन भर घूम कर वापस शाम को अपने घर ही लौटती है। गुरू पर अटूट श्रृद्धा रखें। श्रृद्धा ही ज्ञान, चरित्र की नींव होती है। प्रवचन से पहले भोपाल से आए ब्रह्मचारी पुण्यांश भैय्या व अरुण भैया, प्रियंका शाक्य जिला सहकारिता ने मुनिश्री को श्रीफल भेंटकर मंगल आशीर्वाद लिया। संचालन ज्योतिचार्य हुकुमचंद जैन ने किया। मुनिश्री के सानिध्य में महावीर जन्म कल्याणक पर देव शास्त्र व गुरु की शोभायात्रा आज निकलेगी।

महाराज बाड़े पर प्रभु गुणगान महोत्सव मेले आज शाम को

महावीर जंयती महोत्सव समिति एवं अखिल जैन समाज वृहत्तर ग्वालियर के तत्वाधान में मेडिटेशन गुरू मुनि श्री विहसंत सागर महाराज एवं मुनि श्री विश्वसूर्य सागर महाराज संसघ के सानिध्य में 14 अप्रैल को सुबह सात बजे से दौलतगंज जैन मदिर से जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी 2621वे जन्म कल्याणक महोत्सव पर देव, शास्त्र, गुरू की विशाल रथयात्रा प्रारंभ होगी।
समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि महावीर जन्म कल्याणक पर रथ यात्रा दोलतगंज जैन मन्दिर से शुरू होकर फालक बाजार, राम मन्दिर, गस्त का ताजिया, डीडवाना ओली, सराफा बाजार, जीवाजी चौक, माधवगंज, मोर बाजार, दानाओली से नई सड़क स्थित चंपाबाग बगीची पहुंचेगी। जगह-जगह जैन समाज के लोग स्वागत गेट लगाकर मुनिश्री एवं रथ में विराजमान भगवान महावीर स्वामी की भव्य आरती उतारेंगे। रथ यात्रा में झांकिया, डीजे, समाज की अलग अलग शाखाओं की महिलाओं द्वारा डाडिया नृत्य होगा। शोभायात्रा कार्यक्रम स्थल चंपाबाग बगीची पर पहुंचने पर भगवान महावीर स्वामी के कलश अभिषेक के उपरांत मुनिश्री के मंगल प्रवचन होंगे।

महाराज बाड़ा पर 2621 दीपक जलेंगे, भजन सांध्य होगी

महावीर जयंती पर शाम छह बजे से महाराज बड़े पर प्रभु गुणगान महोत्सव मेले का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुनि श्री विहसंत सागर महाराज के आशीष वचन के साथ 1008 दीपों से महाआरती, 20 फुट ऊंचे मंच पर भगवान महावीर का पालना लगाया जाएगा। मुंबई से सगीतकरों की एक शाम महावीर के नाम भजन सांध्य, 2621 दीपक प्रज्वलित बैको की सीढिय़ों पर संस्थाओं द्वारा होंगे। झांकिया के साथ चारों बिल्डिंग पर रंग बिरंगी लाइटिंग लगेंगी।