डॉ. शर्मा की स्मृति में आयोजित शिविर में 68 मरीज ऑपरेशन के लिए चिन्हित

नि:शुल्क शिविर में 400 मरीजों की आंखों का हुआ परीक्षण

भिण्ड, 27 मार्च। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा की स्मृति एवं रतन ज्योति चैरिटेबल फाउण्डेशन ग्वालियर द्वारा नि:शुल्क डायबिटिक रेटिनोपैथी परीक्षण एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर शहर के जैन महाविद्यालय के परिसर में सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक आयोजित किया गया। जिसका संचालन प्रो. इकबाल अली एवं आभार प्रदर्शन जयप्रकाश शर्मा ने किया। शिविर का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा स्व. डॉ. श्याम बिहारी शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि से किया गया।


इस अवसर पर डॉ. राधेश्याम शर्मा ने नेत्र परीक्षण शिविर की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है जिससे जरूरतमंदों को आंखों की रोशनी मिल सके। मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा ने कहा कि गरीबों की आंखों में रोशनी वापस लाना जीवन का सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यों से आत्म संतुष्टि के साथ अपार खुशी का एहसास होता है। डॉ. केएन शर्मा ने कहा कि आंखे अनमोल हैं, आंखों के बिना हम इस खूबसूरत दुनिया को नहीं देख सकते। डॉ. विनोद सक्सेना ने कहा कि नेत्र रोगियों को ज्योति प्रदान करने से बड़ी कोई सेवा नहीं हो सकती। जैन महाविद्यालय की प्रचार्या अनीता जैन ने नेत्र परीक्षण शिविर के आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के शिविरों के आयोजनों को जैन महाविद्यालय हमेशा सहयोग करता रहेगा। कार्यक्रम में प्रो. रामानंद शर्मा, श्रीमती आभा जैन, इंजी. विजय प्रकाश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
नेत्र परीक्षण शिविर में 400 मरीजों की आंखों का परीक्षण कराया गया। इस दौरान टीम द्वारा 68 मरीजों का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित किए। डायबिटिक मरीजों की डायबीटिक रेटिनोपैथी जांच भी की गई। शिविर में चयनित मरीजों को निशुल्क ऑपरेशन के लिए रतन ज्योति नेत्रालय ग्वालियर भेजा गया। उनके मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद लेंस प्रत्यारोपण किया जाएगा। स्व. डॉ. श्याम बिहारी शर्मा की स्मृति में सतत सेवा कार्यों में सहयोग करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. प्रभात उपाध्याय, संजय दैपुरिया, सर्वेश दीक्षित, अवधेश दैपुरिया, शिवप्रताप सिंह भदौरिया, नीरज शर्मा, सत्यवान सिंह नरवरिया, डीके जैन, राधेगोपाल यादव, नितिन दीक्षित, शेरू पचौरी, अतिराज नरवरिया, उपेन्द्र सिंह भदौरया, प्रो. बॉबी शर्मा, प्रिंस भदौरिया, गुलशन भदौरिया, आनंद बिहारी शर्मा, हरनारायण शर्मा, राजीव भार्गव, महिपाल सिंह, दुर्गेश गुप्ता, शैलेश सक्सेना, श्रीमती आशा भदौरया, श्रीमती सुषमा जैन, योगेश शर्मा, तनु शर्मा, अरविंद पावक, विकास कुशवाहा, दीपक प्रजापति, प्रेम नारायण बरुआ आदि सहित गणमान्यजन का योगदान रहा।