भिण्ड, 27 मार्च। देश के राष्ट्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर 28-29 मार्च को होने वाली राष्ट्रीय हड़ताल में अखिल भारतीय किसान सभा एवं मप्र किसान सभा ने पूरा समर्थन दिया है। मजदूर किसान गठबंधन मजबूत करो केन्द्र सरकार की किसान मजदूर विरोधी विनाशकारी नीतियों के खिलाफ किसान और मजदूर की एकता जरूरी है, ये दोनों ही अपना पसीना बहाते हैं और उस पसीने से ही देश और समाज की अर्थ व्यवस्था चलती है। 28 मार्च को लोक निर्माण विभाग से दोपहर 11 बजे निकलने वाले जुलूस में एक जत्था किसानों की तरफ से मध्य प्रदेश किसान सभा का होगा। उक्त जानकारी मप्र किसान सभा के जिलाध्यक्ष राजीव दीक्षित ने दी।
दीक्षित ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान की आय घट रही है, पशुपालन का नारा दिया जाता है, लेकिन पशु मेले बर्वाद कर दिए गए, नई कृषि नीति के कारण किसान अपने खेतों के बीज से लेकर अपनी फसल को बेचने तक के लिए देशी-विदेशी कंपनियों पर निर्भर हो गया है। यह हड़ताल देश की सरकारी संपत्ति को बचाने एवं खेती को निजी करण से बचाने की है, इसलिए किसानों की तरफ से इस हड़ताल को पूरा समर्थन है, किसान जब तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के पांचों बॉर्डर पर बैठे थे, उस किसान आंदोलन को मजदूर वर्ग ने कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया था। आज मजदूरों की हड़ताल को किसान साथ देकर अपना फर्ज निभाएगा, किसान मजदूर गठबंधन मजबूत करो, हड़ताल को सफल बनाओ।
हड़ताल सफल बनाने की अपील करने वालों में किसान नेता रामलखन दंडौतिया, अनिल दोनेरिया, राजेश बघेल, रामनिवास उपाध्याय, राजपाल सिंह भदौरिया, राकेश बघेल, श्रीकृष्ण भदौरिया, अशोक मिश्रा, रणवीर सिंह, लाखन तोमर, धर्मेन्द्र सिंह, कोकसिंह बघेल, उदयराम शर्मा, शिवकिशोर पाण्डे, सुभाष चंद्र शर्मा, भानसिंह कुशवाह आदि प्रमुख हैं।