इंदुर्खी जहरीली शराब मामले में दो और आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर डिस्टिलरी के मालिक का भतीजा भी शामिल

भिण्ड, 24 जनवरी। जिले में जहरीली शराब से चार लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें ग्वालियर डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक का भतीजा भी शामिल है। उधर आबकारी विभाग की टीम ने डिस्टलरी को क्लीन चिट दे दी है।
पिछले एक सप्ताह में जहरीली शराब से इंदुर्खी में चार लोगों की मौत हो गई है। इस शराब काण्ड मामले में किरकिरी के बाद आखिरकार जिला प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर के पत्र लिखने के बाद भिण्ड मुरैना और ग्वालियर की संयुक्त आबकारी टीम ने डिड़ी गांव में स्थित ग्वालियर डिस्टलरी पहुंच कर जांच पड़ताल की और वहां तैयार की जा रही शराब के सैंपल भी लिए। इसी कड़ी में पुलिस ने एक और कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों की गिरफ्तारी की है, इसमें जिले के डिड़ी गांव स्थित ग्वालियर डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक का भतीजा मनीष यादव भी शामिल है। इस कार्रवाई के बाद ग्वालियर डिस्टलरी को आबकारी विभाग की ओर से मिली क्लीन चिट पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
एसआईटी के प्रमुख और भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खरपुसे ने बताया कि आरोपी मनीष ने 11 जनवरी को 40 लीटर ओपी एक कैन में सप्लाई की थी। यह वही ओपी थी जिससे जहरीली शराब बनाई गई और बाद में उसे पीने से इंदुर्खी में चार लोगों की जान चली गई। इसी वजह से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए और पूरे मामले की जांच करते हुए गोविन्द यादव के भतीजे मनीष यादव की गिरफ्तारी की पुष्टि की। मनीष ने 11 जनवरी को शहर के बजरिया इलाके के एक युवक को जो कैन में 40 लीटर ओपी सप्लाई की थी, वही ओपी उस युवक ने इंदुर्खी के पूर्व सरपंच के बेटे और मामले में मुख्य आरोपी गोलू सिरौठिया को दी। जिसके बाद 13 जनवरी को स्वतंत्र नगर के एक मकान में इंदुर्खी से आए मजदूरों ने 500-500 रुपए की मजदूरी पर उसी ओपी से शराब तैयार कर क्वार्टर में पैक की, जो जहरीली हो गई। इसी शराब के 12 क्वार्टर इन पांचों युवकों को भी बांटे गए थे। अंदाज लगाया जा रहा है कि इसी शराब को पीने के बाद दो दिन में ही दो मजदूरों की मौत हो गई थी। बाद में दो और लोगों की जहरीली शराब के पीने से मौत हो गई थी।

आबकारी विभाग की कार्रवाई पर सवाल

डिस्टिलरी पर पहुंची आबकारी टीम ने जांच के आधार पर शनिवार को ही फैक्ट्री को क्लीन चिट दे दी, लेकिन इसके बाद डिस्टिलरी में पदस्थ आबकारी अधिकारी एसएम खान को हटाकर उन्हें जिला मुख्यालय अटैच कर दिया। आबकारी विभाग की यह कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है, क्योंकि अगर डिस्टिलरी में सब कुछ ठीक होने पर क्लीन चिट दी गई तो वहां पदस्थ अधिकारी को क्यों हटाया गया और अगर गड़बड़ी के चलते एसएम खान को हटाया गया तो डिस्टिलरी को क्लीन चिट कैसे दी गई।

50 क्वार्टर के साथ पकड़ा तस्कर

वहीं रौन पुलिस ने मामले में एक और आरोपी की गिरफ्तारी की है. आरोपी का नाम नीरज बताया गया है। जिसने शराब के 90 क्वार्टर खरीदे थे, हालांकि उसने 40 क्वार्टर नष्ट कर दिए थे, लेकिन बचे हुए 50 क्वार्टर के साथ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।