जिला अधिकारी से संबंधित जांच के जांच अधिकारी हैं जोनल डायरेक्टर
भिण्ड, 01 जनवरी। वर्तमान में जिले का शिक्षा विभाग अव्यवस्थाओं और भ्रष्टाचार के नाम से जाना जाने लगा लगा है, नियमविरुद्ध कार्य करना भिण्ड जिले में शिक्षा विभाग की शैली बन गया है, इसका मुख्य कारण विभाग में राजनीति का हावी होना भी माना जा रहा है। शिक्षा विभाग में राजनीति इस कदर हावी है कि कनिष्ठ कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारियों पर भारी पड़ रहे हैं और वरिष्ठ चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मेहगांव में एक प्रभारी प्राचार्य के सेवानिवृत्त होने पर विदाई समारोह कार्यक्रम में देखने को मिला।
दरअसल शनिवार को एकीकृत शा. कन्या उमावि मेहगांव में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य का विदाई समारोह आयोजित किया गया। जिसमें जिले से लेकर संभाग तक के अधिकारी मौजूद रहे, उक्त विदाई समारोह कार्यक्रम लोगों में चर्चा का विषय बन गया। चर्चा का कारण रहा शिक्षा विभाग के जोनल डायरेक्टर आरके उपाध्याय और जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर एक साथ विदाई समारोह मंच साझा करना।
जिला शिक्षा अधिकारी से सबंधित जांच कर रहे हैं जोनल डायरेक्टर
दरअसल कुछ दिन पूर्व जोनल डायरेक्टर आर के उपाध्याय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भिण्ड में जिला शिक्षा अधिकारी से संबंधित जांच के लिए आये जिसमें वो जांच अधिकारी हैं, जिसकी जांच कर रहे हैं उसी के साथ विदाई समारोह कार्यक्रम के मंच पर जांच अधिकारी का एक साथ बैठना वहां मौजूद कर्मचारियों-अधिकारियों में चर्चा का विषय बन गया। विभागीय लोगों में तो यहां तक चर्चा है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने मोटी रकम देकर जांच को रफा दफा करवा दिया है, हालांकि इस बारे में समाचार पत्र कोई पुष्टि नहीं करता है, लेकिन जब इस संबंध में मेहगांव के चार-पांच संवाददाताओं ने कॉल कर जानना चाहा तो बार-बार कॉल करने के बाद भी जोनल डायरेक्टर आरके उपाध्याय ने कॉल रिसीव करना उचित नहीं समझा।